वाराणसी में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार कार ने किनारे खड़े डंपर को पीछे से टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में विंध्याचल से दर्शन-पूजन करके लौट रहे पति-पत्नी समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में कार में सवार 12 वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
वाराणसी: मिर्जामुराद थाना क्षेत्र में बिहड़ा गांव के पास फ्लिपकार्ट वेयरहाउस के सामने गुरुवार तड़के लगभग 4:30 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग-19 (वाराणसी-प्रयागराज) पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। तेज रफ्तार कार ने किनारे खड़े डंपर को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में विंध्याचल से दर्शन-पूजन करके लौट रहे दीपक पांडेय, उनकी पत्नी दीपमाला, सास फूलकेश्वरी देवी सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
दीपक का 12 वर्षीय बेटा शिवांश गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद डंपर चालक भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन कार डंपर में फंसी रहने के कारण ऐसा नहीं कर सका।
हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत
दीपक पांडेय बिहार के बक्सर के मूल निवासी थे और वाराणसी में बसंतपट्टी मोहनसराय स्थित जीप कंपनी के शोरूम में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। वह मंडुवाडीह के बजरंग नगर कालोनी में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। दीपक पांडेय अपनी पत्नी, बेटे, सास और भिटारी निवासी अमृता गुप्ता के साथ टोयोटा की ग्लैंजा कार से मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने विंध्याचल गए थे। कार की ड्राइविंग दीपक कर रहे थे, और यह अंदेशा है कि रातभर जागने के कारण लौटते समय उन्हें झपकी आ गई, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।
हादसे के समय डंपर चालक हाईवे के किनारे डंपर खड़ा करके पास ही एक ढाबे पर चाय पीने गया था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि डंपर 50 मीटर तक घिसटता चला गया। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। टक्कर के बाद कार का एयरबैग खुल गया, लेकिन इसके बावजूद दीपक और उनकी पत्नी दीपमाला की जान नहीं बच सकी।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने मिलकर दीपक, दीपमाला, फूलकेश्वरी, अमृता और शिवांश को कार से निकाला और एंबुलेंस से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा। वहां डॉक्टरों ने दीपक सहित तीनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। दीपक और उनकी पत्नी दीपमाला का अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर देर शाम किया गया।
नानी की गोद में होने के कारण बच गया शिवांश
गुरुवार तड़के हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में कार सवार दंपती समेत चार लोगों की जान चली गई, जबकि 12 वर्षीय शिवांश पांडेय गंभीर रूप से घायल हुआ, लेकिन उसकी जान बच गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि शिवांश की जान उसकी नानी, फूलकेश्वरी देवी ने बचाई। कार दीपक पांडेय चला रहे थे, जबकि उनकी पत्नी दीपमाला बगल वाली सीट पर बैठी थीं। उनकी सास फूलकेश्वरी देवी अपने नाती शिवांश को गोद में लिए बैठी थीं, जबकि अमृता गुप्ता उनके बगल में थीं। जब हादसा हुआ, तो फूलकेश्वरी ने instinctively शिवांश को चारों ओर से जकड़ लिया, जिससे उसके ऊपर कोई भारी सामान नहीं गिरा और उसे गंभीर चोट नहीं आई।