उत्तर प्रदेश में फूलपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच की नाराजगी अब स्पष्ट रूप से सामने आ गई है। नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन, कांग्रेस नेता सुरेश यादव ने बगावती रुख अपनाते हुए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने कांग्रेस से एक महत्वपूर्ण अपील भी की है।
UP Byelection: उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। फूलपुर सीट पर इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच टकराव शुरू हो गया है। इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मुज्तबा सिद्दीकी द्वारा दो दिन पहले नामांकन दाखिल किए जाने के बाद अब कांग्रेस और सपा के बीच असहमति स्पष्ट रूप से नजर आने लगी है। शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन कांग्रेस के गंगा पार के जिला अध्यक्ष सुरेश यादव ने भी अपना नामांकन प्रस्तुत कर दिया है।
सुरेश यादव ने भरा नामांकन
सुरेश यादव अपने कुछ समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुँचे और नामांकन कराया। इसके बाद, मीडिया से बातचीत करते हुए सुरेश यादव ने कहा, "मैंने फूलपुर विधानसभा सीट से नामांकन किया है। मैं अपनी कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं से मांग करता हूँ कि मुझे यहाँ से अपना प्रत्याशी घोषित करें। या फिर इस पर कोई ठोस निर्णय लिया जाए। यदि कांग्रेस मुझे अपना प्रत्याशी नहीं बनाती है, तो भी मैं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में इस चुनाव में भाग लूंगा। इसलिए मैंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।"
फूलपुर सीट को लेकर सुरेश के बयान
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि फूलपुर सीट इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के खाते में थी, लेकिन अखिलेश यादव ने एक साजिश के तहत अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया, जो कि एक डमी उम्मीदवार है। अगर पार्टी मुझे अपना चुनावी प्रतीक नहीं भी देती, तो भी मैं निर्दलीय चुनावी मैदान में रहूंगा। यदि पार्टी इसे मेरी बगावत समझती है, तो समझे, लेकिन मैंने अपने कई साल क्षेत्र में जनता के बीच बिताए हैं और मुझे जनता पर पूरा विश्वास है। मेरी असली लड़ाई बीजेपी के खिलाफ है। सपा के लोग आपस में ही लड़ाई कर रहे हैं।
विवाद न सुलझने पर हो सकता है नुकसान
अगर कांग्रेस और सपा के बीच उम्मीदवारों को लेकर बातचीत नहीं होती है, तो इंडिया गठबंधन को गंभीर नुकसान उठाना पड़ सकता है। सुरेश यादव के नामांकन के बाद बीजेपी नेता इंडिया गठबंधन में फूट की बात कर रहे हैं। नेताओं का कहना है कि इंडिया गठबंधन अपने सदस्यों को एकजुट रखने में पूरी तरह से असफल साबित हुई है। फूलपुर से बीजेपी विधायक प्रवीण पटेल के पिछले लोकसभा चुनाव में फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हो गई है, जिस पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने वाला है।