खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर 16 और 17 नवंबर को राम मंदिर में हिंसा करने की धमकी दी है। इसके बाद अयोध्या में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, राम मंदिर मार्ग पर चेकिंग भी तेज कर दी गई है।
Ayodhya: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर 16 और 17 नवंबर को राम मंदिर में हिंसा की धमकी दी है। इसके साथ ही पन्नू ने कनाडा में भारतीय मूल के हिंदू सांसद चंद्र आर्य को भी धमकी दी है। हालांकि, दैनिक जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। पन्नू की धमकी के बाद राम मंदिर और पूरे रामनगरी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और चेकिंग तेज कर दी गई है।
पन्नू की धमकी के बाद हाईअलर्ट
राम मंदिर में 16-17 नवंबर को हिंसा की धमकी मिलने के बाद अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को हाईअलर्ट पर रखा गया है। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर यह धमकी दी थी। पन्नू ने इसी वीडियो में कनाडा में भारतीय मूल के हिंदू सांसद चंद्र आर्य को भी धमकी दी है। इस धमकी के मद्देनजर रामनगरी में सुरक्षा को सख्त किया गया है। विशेषकर राम मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
कार्तिक मेले के बीच बढ़ी सुरक्षा
अयोध्या में वर्तमान में कार्तिक मेला चल रहा है, और इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई थी, लेकिन पन्नू की धमकी के बाद अधिकारियों ने इसे और सख्त कर दिया है। मेले के दौरान राम मंदिर और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा की निगरानी और बढ़ा दी गई है।
DGP और IG ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
इस मामले पर डीजीपी ने भी निर्देश दिए हैं कि रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद किया जाए। आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी राजरकन नय्यर ने रामनगरी के प्रमुख स्थानों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। राम मंदिर परिसर में अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था की गई है और सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
राम मंदिर मार्ग पर बढ़ाई गई चेकिंग
राम मंदिर जाने वाले मार्ग पर पुलिस ने चेकिंग बढ़ा दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रामनगरी की सुरक्षा पहले से ही सुदृढ़ थी, लेकिन जब भी कोई धमकी या सुरक्षा संबंधित मामला सामने आता है, तो सुरक्षा बढ़ा दी जाती है। इस समय राम मंदिर और संपूर्ण रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था और भी सख्त की गई है। पुलिस, अर्द्धसैनिक बल और विशेष सुरक्षा बल के जवान हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।