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UP News: संभल हिंसा केस! आयोग के सामने एसपी रखेंगे अहम दस्तावेज, जानिए पूरा मामला 

UP News: संभल हिंसा केस! आयोग के सामने एसपी रखेंगे अहम दस्तावेज, जानिए पूरा मामला 
अंतिम अपडेट: 2 दिन पहले

संभल हिंसा मामले में SP बिश्नोई आज आयोग के सामने पेश होंगे। लखनऊ में देंगे बयान और पेश करेंगे हिंसा से जुड़े अहम सबूत। जांच में आ सकता है नया मोड़।

Sambhal News: Sambhal जिले में हुई हिंसक झड़पों की जांच कर रहे Judicial Inquiry Commission के सामने आज संभल के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण बिश्नोई पेश होने जा रहे हैं। वे इस घटना से संबंधित अहम सबूत और तथ्यों को लखनऊ में आयोग के समक्ष पेश करेंगे। माना जा रहा है कि इस पेशी के दौरान वे पूरे घटनाक्रम की डिटेल रिपोर्ट और Visual evidences भी सौंप सकते हैं।

आयोग की तरफ से भेजा गया था आधिकारिक समन

Judicial Inquiry Commission ने SP को एक formal summon जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। SP बिश्नोई ने पुष्टि की है कि वे 11 अप्रैल को लखनऊ स्थित आयोग कार्यालय में पेश होंगे और घटना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण फैक्ट्स को साझा करेंगे। इससे पहले आयोग कई सरकारी अफसरों, पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों के बयान रिकॉर्ड कर चुका है।

क्या है आयोग का मकसद

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित इस Inquiry Commission का उद्देश्य संभल हिंसा की निष्पक्ष जांच करना है। इस आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा हैं, जबकि सदस्य के रूप में पूर्व DGP ए.के. जैन और पूर्व IAS अधिकारी अमित मोहन प्रसाद को शामिल किया गया है। आयोग पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रहा है ताकि वास्तविक तथ्य सामने लाए जा सकें।

कैसे भड़की थी हिंसा?

हिंसा की शुरुआत 19 नवंबर को उस वक्त हुई जब हिंदू पक्ष ने चंदौसी कोर्ट में दावा किया कि संभल की शाही मस्जिद पहले एक हरिहर मंदिर हुआ करती थी। कोर्ट ने Archaeological Survey of India (ASI) को मौके पर सर्वेक्षण करने के आदेश दिए। 24 नवंबर को ASI की टीम जब दोबारा मस्जिद पर सर्वे करने पहुंची, तभी तनाव बढ़ा और हिंसा भड़क उठी।

इस हिंसा के दौरान पथराव और फायरिंग की घटनाएं हुईं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से भी गोली चलाई गई थी, हालांकि पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है। पुलिस अब तक इस मामले में कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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