Vasant Kunj Suicide: दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना! पिता समेत चार बेटियों की आत्महत्या की कहानी, एक परिवार की बिखरी हुई खुशियां

Vasant Kunj Suicide: दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना! पिता समेत चार बेटियों की आत्महत्या की कहानी, एक परिवार की बिखरी हुई खुशियां
Last Updated: 3 घंटा पहले

दिल्ली के वसंत कुंज में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जहां एक पिता और उसकी चार बेटियों ने आत्महत्या कर ली। मृतकों में पिता हीरा लाल (46 वर्ष) और उनकी चार बेटियां शामिल हैं, जिनके नाम नीतू (26 वर्ष), निक्की (24 वर्ष), नीरू (23 वर्ष) और निधि (20 वर्ष) हैं। सभी ने एक साथ डाइनिंग रूम में देर रात बैठकर सल्फास की गोलियां पानी में घोलकर पी लीं। इस पूरे मामले पर पुलिस ने क्या कहा है, आइए जानें।

नई दिल्ली। एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें दिल्ली के वसंत कुंज क्षेत्र में एक परिवार के पांच सदस्य - एक पिता और उसकी चार बेटियां - अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी और बताया कि प्रारंभिक जांच में इस तथ्य का पता चला हैं।

जांच से यह स्पष्ट हुआ कि उनकी मृत्यु आत्महत्या के कारण हुई। यह घटना रंगपुरी गांव में हुई। यह दुखद घटना शुक्रवार को तब उजागर हुई जब पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया कि फ्लैट से अजीब सी दुर्गंध आ रही हैं।

एक कमरे में पिता, दूसरे में बेटियां

दिल्ली में एक रहस्यमय मामले में पुलिस ने बताया कि एक कमरे में एक व्यक्ति का शव पाया गया, जबकि उसकी चार बेटियों के शव दूसरे कमरे में मिले। अधिकारियों ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है और शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा हैं। यह स्थिति परिवार के लिए एक गहरे संकट की ओर इशारा करती हैं।

पड़ोसियों की चिंता पर खुली पुलिस की आंखें

पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया कि वे परिवार को कुछ दिनों से नहीं देख रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, फ्लैट में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। जब पुलिस (दिल्ली पुलिस) मौके पर पहुँची, तो उन्हें फ्लैट का दरवाजा तोड़ना पड़ा। एक कमरे में एक आदमी का शव बिस्तर पर पाया गया, जबकि लड़कियों के शव दूसरे कमरे में मिले।

कैंसर के बाद परिवार में संकट

हीरालाल नाम के इस व्यक्ति की चार बेटियां थीं: नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20)। उनकी मां का हाल ही में कैंसर के कारण निधन हो चुका था। हीरालाल पिछले 28 वर्षों से वसंत कुंज में स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में एक बढ़ई के रूप में काम कर रहे थे।

पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वह हर माह 25,000 रुपये कमाते थे, लेकिन जनवरी के बाद से उन्होंने अपनी ड्यूटी नहीं निभाई थी। उनके दो बेटियां, नीरू और सबसे छोटी निधि, दिव्यांग हैं। उन्होंने एक फ्लैट किराए पर लिया हुआ था। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रोहित मीना ने बताया कि वसंत कुंज दक्षिण पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, और मामले की आगे की जांच प्रारंभ कर दी गई हैं।

शवों के पास सलफास जहर

पुलिस ने अपराध टीम और वरिष्ठ फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीमों को घटनास्थल की जांच के लिए बुलाया, साथ ही सफदरजंग अस्पताल से फोरेंसिक विशेषज्ञ भी वहां पहुंचे। शवों पर कोई चोट के निशान नहीं मिले, लेकिन घर के अंदर सलफास जहर के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच में संदिग्ध तरल पदार्थ पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम जारी है और सभी पहलुओं पर गहन जांच चल रही है।

पत्नी की मौत के बाद बढ़ा तनाव

इसी दौरान मृतक के भाई मोहन शर्मा और उसकी भाभी गुड़िया शर्मा घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि मृतक ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद पारिवारिक मुद्दों में रुचि लेना बिल्कुल बंद कर दिया था और वह हमेशा किसी न किसी अस्पताल में अपनी बेटियों के इलाज में व्यस्त रहता था।

पिता की मौत से जुड़ा रहस्य

बेटियाँ अपने कमरे से बहुत कम बाहर निकलती थीं। पड़ोसियों ने मृतक और उसके परिवार को आखिरी बार 24 सितंबर को देखा था। हालाँकि पुलिस को अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन यह माना जा रहा है कि व्यक्ति द्वारा उठाए गए इस गंभीर कदम का कारण उसकी बेटियों की विकलांगता हो सकता हैं।

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