केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने संदेशखाली की सभी शिकायतों पर अमल करने के लिए एक अस्थायी कैंप यानि ऑफिस बनाया है। सूत्रों के मुताबिक उनके अधिकारी अब संदेशखाली में रहकर ही जांच करेंगे। इसके अलावा जांचकर्ता सभी शिकायतकर्ताओं से सीधे संपर्क भी करेंगे।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एक टीम गठित की गई है। जो शिकायतकर्ताओं से सीधे बातचीत करने के लिए कोलकाता स्थित CBI कार्यालय से कई अधिकारी पहले ही संदेशखाली पहुंच चुके हैं।
उन्होंने शुक्रवार को पूर्वी मिदनापुर में स्थित दो TMC नेताओं के घर छापेमारी की। इसके साथ ही संदेशखाली में CBI की एक टीम जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न मामले में शिकायतों को सुनने के लिए एक अस्थायी कैंप स्थापित करेगी।
शिकायतकर्ताओं से सीधे बात कर सकेंगे
CBI सूत्रों के मुताबिक बता दें कि कैंप स्थापित करने से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को दायर हर मामले की जांच करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा संदेशखाली में जांच ऑफिसर्स शिकायतकर्ताओं से सीधे कनेक्ट हो सकेंगे, जहां सभी पीड़ित खुलकर अपनी समस्या और बातें रख सकेंगे।
अस्थायी शिविर स्थापित करेंगे
subkuz.com टीम को मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि जांच के लिए CBI संदेशखाली में अस्थायी तौर पर कैंप स्थापित कर रही है। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान संदेशखाली में आंदोलन के बीच सीबीआई एक अस्थायी शिविर स्थापित कर रहा है, ताकि गांव के लोग आसानी से शिकायत दर्ज करा सकें।
कैंप की सुरक्षा करेंगे केंद्रीय बल
सूत्रों के मुताबिक, कलकत्ता हाई कोर्ट ने 10 अप्रैल को आदेश जारी किया था कि, संदेशखाली के महिला उत्पीड़न और जमीन से जुड़े हर मामले की जांच CBI करेगी। इसी दौरान धमखली बाजार इलाके में सीबीआई कैंप तैयार करेगी, जहां सुरक्षा के तहत केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात किया जाएगा।
इस इलाके में अस्थायी कैंप कार्यालय स्थापित करने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एक टीम पहले ही पहुंच चुकी है। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश के आधार पर CBI संदेशखाली मामले से जुड़े विभिन्न मामलों की जांच कर रही है।