YouTube ने Clickbait थंबनेल के इस्तेमाल को लेकर सख्त कदम उठाने का ऐलान किया है। कंपनी ने जानकारी दी है कि भ्रामक थंबनेल वाले वीडियो जल्द ही प्लेटफॉर्म से हटाए जाएंगे। इस नई नीति का उद्देश्य दर्शकों को गलत जानकारी से बचाना और प्लेटफॉर्म की गुणवत्ता बनाए रखना है। YouTube ने कंटेंट क्रिएटर्स को चेतावनी दी है कि वे अपनी सामग्री में पारदर्शिता रखें और गाइडलाइंस का पालन करें।
गाइडलाइंस का पालन जरूरी
YouTube पर लाखों चैनल्स एक्टिव हैं, जहां से कंटेंट क्रिएटर्स अच्छी कमाई कर रहे हैं। लेकिन, सब्सक्राइबर्स और व्यूज बढ़ाने की होड़ में कई क्रिएटर्स भ्रामक तरीकों का सहारा ले रहे हैं। इनमें से एक सबसे आम तरीका है Clickbait थंबनेल का इस्तेमाल, जिसमें वीडियो का थंबनेल कंटेंट से पूरी तरह अलग और भ्रामक होता है।
YouTube ने इस प्रवृत्ति पर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अपने ब्लॉग पोस्ट में YouTube ने जानकारी दी है कि जल्द ही ऐसे वीडियो के खिलाफ कार्रवाई शुरू होगी, जो भ्रामक थंबनेल के जरिए दर्शकों को गुमराह करते हैं।
प्लेटफॉर्म का कहना है कि इस कदम का मकसद दर्शकों को बेहतर अनुभव देना और प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता को बनाए रखना है। YouTube ने क्रिएटर्स को गाइडलाइंस का पालन करने और अपनी सामग्री में पारदर्शिता बरतने की सख्त हिदायत दी है।
भ्रामक थंबनेल वाले वीडियो पर होगी कार्रवाई
YouTube ने भ्रामक Clickbait थंबनेल वाले वीडियो के खिलाफ सख्त कदम उठाने का ऐलान किया है। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में जानकारी दी कि ऐसे वीडियो, जिनमें थंबनेल और कंटेंट के बीच कोई मेल नहीं होता, प्लेटफॉर्म से हटाए जाएंगे। विशेष रूप से ब्रेकिंग न्यूज और करंट इवेंट्स पर आधारित ऐसे वीडियो पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
YouTube ने Clickbait थंबनेल को परिभाषित करते हुए बताया है कि थंबनेल वीडियो का कवर पेज और शीर्षक होता है, जो दर्शकों को कंटेंट के बारे में जानकारी देता है। हालांकि, कई कंटेंट क्रिएटर्स अधिक व्यूज पाने के लिए ऐसे थंबनेल लगाते हैं जो वीडियो के वास्तविक कंटेंट से मेल नहीं खाते।
कंपनी ने एक उदाहरण देकर समझाया कि यदि किसी वीडियो का थंबनेल यह दावा करता है कि "राष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया," लेकिन वीडियो में इस दावे का कोई साक्ष्य या जानकारी नहीं है, तो ऐसा वीडियो हटाया जाएगा।
इसके साथ ही, "Top political news" जैसे भ्रामक थंबनेल वाले वीडियो, जिनमें कंटेंट थंबनेल से मेल नहीं खाता, जल्द ही YouTube से हटाए जाएंगे। हालांकि, पहली बार नियमों का उल्लंघन करने पर चैनल को स्ट्राइक नहीं दी जाएगी। इसके बजाय, वीडियो को तुरंत हटा दिया जाएगा।
YouTube का कहना है कि यह कदम दर्शकों को भ्रामक सामग्री से बचाने और प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। कंटेंट क्रिएटर्स को गाइडलाइंस का पालन करने और पारदर्शिता बनाए रखने की सख्त सलाह दी गई है।