बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव को लेकर चिंता बढ़ गई है। हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के महासचिव महेंद्र नाथ ने बताया कि खुलना शहर के डाकोप कस्बे में 25 से अधिक मंदिरों को दुर्गा पूजा के पांच दिवसीय उत्सव मनाने के लिए 5 लाख रुपये की मांग करने वाली धमकियां मिली हैं।
Hindus In Bangladesh: बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के आयोजन से पहले हिंदू समुदाय के खिलाफ जारी अत्याचार की घटनाएँ चिंता का विषय बन गई हैं। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ इस्लामिक समूहों ने मंदिर समितियों को धमकी दी है कि यदि वे दुर्गा पूजा मनाना चाहते हैं, तो उन्हें 5 लाख बांग्लादेशी टका का भुगतान करना होगा। यदि पैसे का भुगतान नहीं किया जाता है, तो उन मंदिरों को पूजा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
हमलों के खिलाफ हिंदू समुदाय ने कराई थी शिकायत दर्ज
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले कई घटनाएं हो रही हैं। 22 सितंबर को लक्ष्मीगंज जिले के रायपुर इलाके में मदरसे के कुछ लोगों ने दुर्गा प्रतिमाओं को तोड़ दिया, जबकि बरगुना जिले में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आईं। इन हमलों के खिलाफ हिंदू समुदाय के कुछ सदस्यों ने चटगांव और खुलना में जिला अधिकारियों के समक्ष शिकायतें दर्ज करवाई हैं।
हिन्दू समुदाय को मिल रही हैं धमकियां
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के त्योहार से पहले हिंदू समुदाय को मिल रही धमकियों की स्थिति बेहद गंभीर है। हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के महासचिव महेंद्र नाथ के अनुसार, खुलना शहर के डाकोप कस्बे में 25 से अधिक मंदिरों को धमकी दी गई है कि यदि वे पांच दिवसीय उत्सव मनाना चाहते हैं, तो उन्हें 5 लाख बांग्लादेशी टका देना होगा।
यूनुस सरकार ने तुगलकी फरमान किया जारी
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में एक तुगलकी फरमान जारी किया है, जिसमें दुर्गा पूजा के दौरान अजान से पहले और नमाज के दौरान संगीत बजाने पर रोक लगाई गई है। इस आदेश में धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखना और शांति बनाए रखना बताया गया है।