इजरायल का ईरान पर हमला: एक अक्टूबर के बैलेस्टिक मिसाइल हमलों का प्रतिशोध, तीन प्रांतों में सैन्य ठिकानों को बनाया लक्ष्य

इजरायल का ईरान पर हमला: एक अक्टूबर के बैलेस्टिक मिसाइल हमलों का प्रतिशोध, तीन प्रांतों में सैन्य ठिकानों को बनाया लक्ष्य
Last Updated: 1 दिन पहले

इजरायल ने शनिवार को ईरान पर हमले करते हुए एक अक्टूबर को हुए 200 बैलेस्टिक मिसाइल हमलों का प्रतिशोध लिया है। इजरायल ने इलाम, खुजेस्तान और तेहरान में स्थित ईरानी सैन्य ठिकानों को लक्ष्य बनाया। हालांकि, ईरान का दावा है कि उसने इजरायली हमले को विफल कर दिया है।

Tehran: इजरायल के कई लड़ाकू विमानों ने ईरान के तीन प्रांतों में हमले किए हैं। इजरायल की सेना ने दावा किया है कि उसने एक अक्टूबर के हमले का प्रतिशोध लिया है। इसके साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने पलटवार करने की कोशिश की, तो इजरायल सहज नहीं रहेगा। अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दी है, यह कहते हुए कि अगर तेहरान ने जवाबी कार्रवाई की, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

ईरानी हमले में सीमित नुकसान

इजरायल का दावा ईरान के मिसाइल निर्माण संयंत्रों और अन्य रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने वाले इजरायली हमले में ईरान को सीमित नुकसान हुआ है। यह दावा इजरायल ने किया है। हालांकि, ईरान ने इस हमले की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इजरायल ने अभी तक स्पष्ट नहीं किया है कि उसने ईरान के कौन से ठिकाने निशाना बनाए हैं, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हमले ईरान के मध्य और पश्चिमी भाग में स्थित संयंत्रों पर किए गए थे। इस हमले के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है।

1- एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने ईरान पर लगातार तीन बार हमले किए हैं। तीसरे हमले में, इजरायल ने ईरान के मिसाइल और ड्रोन बेस तथा उत्पादन सुविधाओं को लक्ष्य बनाया है। इसके साथ ही, एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइल उत्पादन संयंत्र पर भी इजरायल ने अपने हमले किए हैं।

2- इजरायल के चैनल 12 के अनुसार, इजरायल ने पूर्वी तेहरान और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांड पर हमला किया है। इस दौरान तेहरान में कई धमाकों की आवाज सुनी गई, जिसमें पूर्वी तेहरान में चार धमाकों की आवाज शामिल है।

3- एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑपरेशन के दौरान अब तक किसी भी इजरायली सैनिक या विमान को नुकसान नहीं पहुंचा है। इजरायली अधिकारियों ने कहा है कि ईरान के परमाणु स्थलों या तेल संयंत्रों को लक्षित नहीं किया गया है। इजरायल का कहना है कि हमने उन ठिकानों पर हमला किया है जो भविष्य में हमारे लिए खतरा बन सकते हैं।

4. आईडीएफ के संचालन निदेशालय के पूर्व प्रमुख यिसरेल जिव ने ईरान पर इजरायली हमलों को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने बताया कि इजरायल ने ईरान के आकाश में घंटों तक अपनी इच्छा के अनुसार कार्रवाई की। ईरान के सबसे महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को लक्षित किया गया।

5- तेहरान के एक व्यक्ति ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि कम से कम सात धमाकों की आवाज सुनी गई, जिससे पूरा इलाका दहल गया। नाम बताने की शर्त पर उन्होंने बताया कि विस्फोटों से भारी दहशत फैल गई है। इस बीच, शनिवार की सुबह ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है।

6- ईरान के हवाई क्षेत्र को बंद करने के बाद, अधिकांश विमानों ने ईरान, इराक, सीरिया और लेबनान के हवाई क्षेत्र से दूरी बना ली है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इस घटना के बाद तुरंत अपने इजरायली समकक्ष योआव गैलेंट से बात की। अमेरिका ने ईरान को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान पलटवार करता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। व्हाइट हाउस ने भी कहा कि दोनों देशों के बीच गोलीबारी बंद होनी चाहिए और तनाव को शांत किया जाना चाहिए।

7- अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह इजरायल के हमले में शामिल नहीं है। हालांकि, इजरायल ने ईरान पर एक सटीक और व्यापक हमले को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन की जानकारी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को दे दी गई थी।

8- आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने बताया कि रात भर की गई कार्यवाही में ईरान पर हमलों के लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किए गए हैं। इजरायल की सेना ने कहा कि हमारा बदला पूरा हो चुका है। ईरान पर रातभर किए गए हमलों में हमने अपने सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया है। ईरान ने इजरायल पर दो बार हमला किया था, और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ी है।

9. ईरान के खिलाफ किए गए ऑपरेशन का नाम इजरायल ने 'पश्चाताप का दिन' रखा है। इस इजरायली ऑपरेशन में कई लड़ाकू विमान, ईंधन भरने वाले विमान, और जासूसी विमान शामिल थे। इन विमानों ने इजरायल से 1600 किमी दूर स्थित लक्ष्यों पर हमले किए। इजरायल की सेना ने बताया कि इस जटिल ऑपरेशन के सफल होने के बाद सभी विमान सुरक्षित रूप से वापस लौट आए हैं।

10. इजरायल ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसकी वायुसेना को ईरान पर हमले की पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उसके पास ईरानी लक्ष्यों की एक सूची मौजूद है, और यदि जरूरत पड़ी, तो वायुसेना भविष्य में इन ठिकानों पर हमले कर सकती है।

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