केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए हर क्षेत्र में मजबूती जरूरी है। युवाओं को मेहनत और देशभक्ति से दुनिया में अपनी पहचान बनाने की सलाह दी।
Nagpur: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत को महाशक्ति और विश्वगुरु बनाने की दिशा में ठोस सुझाव दिए। उन्होंने युवाओं से मेहनत और समर्पण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यदि भारत हर क्षेत्र में मजबूत होगा, तो पूरी दुनिया उसकी बात सुनेगी।
‘अखंड भारत संकल्प दिवस’ का महत्व
गडकरी नागपुर में राष्ट्र निर्माण समिति द्वारा आयोजित ‘अखंड भारत संकल्प दिवस’ कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 1947 में इसी दिन भारत का विभाजन हुआ था, जिसे उन्होंने "अप्राकृतिक" करार दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों से यह संकल्प लेने का आग्रह किया कि एक दिन भारत फिर से एकीकृत और अखंड होगा।
गडकरी ने कहा, "हम सभी मानते हैं कि देश का विभाजन अप्राकृतिक था। हमें इसे एक मिशन के रूप में देखना चाहिए और एक दिन इसे फिर से अखंड बनाना है। यही संकल्प हम आज यहां दोहराते हैं।"
विविधता में एकता और सशस्त्र बलों की प्रशंसा
गडकरी ने भारत की "विविधता में एकता" को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के साहस और त्याग की सराहना करते हुए कहा कि वे देश की सुरक्षा और सम्मान के असली रक्षक हैं। उन्होंने कहा कि भारत के सैनिकों की वीरता और अनुशासन हमें गर्व महसूस कराते हैं और यह भावना हर नागरिक में होनी चाहिए।
मोदी सरकार का विजन और लक्ष्य
गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, आत्मनिर्भर राष्ट्र और विश्वगुरु बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह लक्ष्य केवल सरकार के प्रयासों से नहीं, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी से पूरा होगा।
विश्वगुरु बनने के लिए क्या जरूरी है
गडकरी ने स्पष्ट किया कि विश्वगुरु बनने के लिए भारत को हर क्षेत्र में मजबूती लानी होगी। उन्होंने कहा कि जो देश अर्थव्यवस्था, रक्षा, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, कृषि और व्यापार में मजबूत होते हैं और जिनके नागरिक देशभक्त और सुसंस्कृत होते हैं, वही देश विश्वगुरु बन सकता है।
उनके अनुसार, मजबूत शिक्षा प्रणाली, उच्च स्तरीय अनुसंधान, तकनीकी नवाचार, औद्योगिक विकास और नैतिक मूल्यों का पालन विश्वगुरु बनने की अनिवार्य शर्तें हैं।
युवाओं के लिए मास्टर प्लान
गडकरी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, "अगर आप मेहनत करोगे, अपने काम में ईमानदारी और गुणवत्ता रखोगे, तो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया आपकी बात सुनेगी।" उन्होंने युवाओं को नई तकनीक अपनाने, कौशल विकास करने और उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
गडकरी ने यह भी कहा कि युवा पीढ़ी को देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। चाहे वह स्टार्टअप शुरू करना हो, शोध कार्य करना हो या सामाजिक सेवा, हर प्रयास भारत की ताकत को बढ़ाता है।
‘अखंड भारत’ के विचार को जगाने का आह्वान
गडकरी ने राष्ट्र निर्माण समिति की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन ‘अखंड भारत’ के विचार को जनता के बीच जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि यह केवल ऐतिहासिक या सांस्कृतिक सोच नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत भारत का सपना है।