Israel Attack on Gaza: इजरायली सेना ने गाजा के अस्पताल पर किया मिसाइली हमला, 9 महिलाओं समेत 30 लोगों की मौत

Israel Attack on Gaza: इजरायली सेना ने गाजा के अस्पताल पर किया मिसाइली हमला, 9 महिलाओं समेत 30 लोगों की मौत
Last Updated: 2 दिन पहले

गाजा में इजरायल के हमले का कहर लगातार जारी है और हाल ही में एक और बमबारी में उत्तरी गाजा स्थित एक फिलिस्तीनी अस्पताल पर हमला किया गया। इस हमले में फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक 30 लोग मारे गए, जिनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं।

येरुशलम: गाजा में इजरायल का कहर जारी है, और हाल ही में एक और इजरायली हवाई हमले ने उत्तरी गाजा पट्टी में एक घर को निशाना बनाया, जिसमें 17 लोग मारे गए। ये लोग विस्थापित थे और एक आश्रय गृह में रह रहे थे। गाजा शहर के अल-अहली अस्पताल के निदेशक डॉ. फादेल नईम ने बताया कि मृतकों में नौ महिलाएं शामिल हैं और मौतों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बचाव कार्य जारी हैं। यह हमला जबालिया शरणार्थी शिविर में हुआ, जो इस क्षेत्र में लंबे समय से इजरायल के हमलों का शिकार बना हुआ हैं।

इस हमले ने गाजा में पहले से ही बिगड़ी हुई मानवीय स्थिति को और गंभीर बना दिया है। शरणार्थी शिविरों में रहने वाले लोग, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, अत्यधिक जोखिम में हैं। इजरायल की सेना की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह हमला गाजा में चल रहे संघर्ष को और बढ़ा रहा है, जिसमें हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं।

इजराइल ने गाना के कई क्षेत्रों को घेरा

इजरायली सेना ने गाजा के उत्तरी हिस्से, विशेषकर जबालिया, बेइत लाहिया और बेइत हनौन को पिछले एक महीने से घेर रखा है और इन क्षेत्रों में भारी हमले जारी हैं। इस घेराबंदी के कारण इन इलाकों में मानवीय सहायता का पहुंचना मुश्किल हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों की स्थिति और भी खराब हो गई है। हजारों लोग गाजा शहर की ओर भाग गए हैं, लेकिन वहां भी स्थिति बहुत तनावपूर्ण है। यह क्षेत्र इजरायल के जमीनी हमले का प्रमुख लक्ष्य बन चुका है, और इसे लेकर गाजा में भारी तबाही मच रही हैं।

यह संघर्ष 13 महीने पहले दक्षिणी इजरायल में हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था, और तब से यह एक गंभीर युद्ध में बदल चुका है। युद्ध में भारी जनहानि और विनाश हुआ है, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे गए हैं। इसके बीच, कतर ने गाजा में युद्धविराम के प्रयासों से खुद को अलग कर लिया है और साथ ही हमास को अपने दोहा कार्यालय को बंद करने का निर्देश दिया हैं।

कतर का यह कदम हमास की ओर से युद्धविराम की वार्ता में अडियल रुख और इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए कोई सकारात्मक पहल करने की वजह से उठाया गया है। कतर ने 2012 से हमास को अपनी धरती पर गतिविधियाँ संचालित करने की अनुमति दी थी, लेकिन अब कतर इस स्थिति से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हैं।

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