इज़राइल ने अब लेबनान में जमीनी सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया हैं। पहले, इज़राइल ने लेबनान में हिज़्बुल्लाह के कई ठिकानों पर हवाई हमले किए थे और अब उसने सीमा में अपनी सेना भेज दी हैं। नेतन्याहू की इस कार्रवाई ने विश्व भर में हलचल मचा दी है, और कई देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासरत हैं।
New Delhi : इजरायल ने ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अब लेबनान में जमीनी सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। पहले, इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के कई ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, और अब उसने सीमा में अपनी सेना भेज दी है। हिजबुल्लाह के खात्मे की कसम खा चुके इजरायल का यह कदम तनाव को और बढ़ा सकता हैं।
नेतन्याहू की इस कार्रवाई ने पूरे विश्व में हड़कंप मचा दिया है, जिसके परिणामस्वरूप कई देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के प्रयास कर रहे हैं। भारत ने भी हाल ही में अपने नागरिकों को इस युद्ध के कारण लेबनान की यात्रा से बचने की सलाह दी हैं।
4000 भारतीयों को केंद्र की चेतावनी
*आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लेबनान में 4000 से ज्यादा भारतीय नागरिक मौजूद हैं, और केंद्र सरकार ने सभी से जल्द से जल्द वहां से निकल जाने की अपील की हैं।
*बेरूत स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, लेबनान में भारतीय नागरिक मुख्य रूप से निर्माण क्षेत्र, कृषि फार्मों और अन्य क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
गृहयुद्ध में दूतावास क्यों खुला रहा?
भारतीय दूतावास ने कहा है कि भारत ने 1975 से 1990 तक गृहयुद्ध के दौरान, अन्य देशों के दूतावासों के विपरीत बेरूत में अपने दूतावासों को खुला रखा और काम करता रहा। लेबनानी लोगों द्वारा इसकी काफी सराहना की जाती हैं।इसके साथ ही, अरब जगत के साथ भारत के पारंपरिक रूप से मजबूत संबंधों और फलस्तीन के प्रति हमारी मजबूत समर्थना की भी सराहना की जाती है।
क्या सावधानी बरतने की आवश्यकता है?
भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों से यह अनुरोध किया है कि वे इस क्षेत्र में संघर्ष के समय यात्रा न करें। सरकार ने लेबनान में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से जल्द से जल्द वहां से निकल जाने का आग्रह किया हैं।
दूतावास ने स्पष्ट किया है, ''लेबनान में पहले से निवास कर रहे सभी भारतीय नागरिकों को लेबनान छोड़ने की कठोर सलाह दी जाती हैं। जो लोग किसी कारणवश वहां उपस्थित हैं, उन्हें अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। बेरूत में भारतीय दूतावास से संपर्क करने के लिए ईमेल आईडी: cons.beirut@mea.gov.in या आपातकालीन फोन नंबर +96176860128 का उपयोग करने की सलाह दी जाती हैं।"
आतंकवाद समाप्त करने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमीनी हमले शुरू होने से कुछ घंटे पहले इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने इस विषय पर चर्चा की कि आतंकवाद को समाप्त करने की आवश्यकता है ताकि शांति स्थापित की जा सके।
जमीनी कार्रवाई की शुरुआत
इजराइली सेना ने हाल ही में लेबनान में कई हवाई हमले किए, जिनमें हिज़्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मृत्यु हो गई। अब इजरायल ने जमीनी कार्रवाई की शुरुआत कर दी हैं। हालांकि, कुछ महीने पहले हिज़्बुल्लाह ने गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद उत्तरी इजराइल की ओर रॉकेट दागे थे, जिसके परिणामस्वरूप इजरायल ने बदले की कार्रवाई करने की धमकी दी थी।