अमेरिका के वाशिंगटन में हुए NATO शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन को मदद पहुंचाने की घोषणा की है। इस दौरान यूक्रेन के लिए एक बड़े एयर डिफेंस पैकेज देने का एलान किया।
Washington: अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन में NATO शिखर सम्मेलन की 75वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस मौके पर 32-राष्ट्रों के सैन्य गठबंधन नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (NATO) के नेता तीन दिवसीय समारोह में रूस के खिलाफ दृढ़ता दिखाने और यूक्रेन को मदद देने के लिए एकजुट हुए। लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन की शासन क्षमता को लेकर उठे सवाल इस बैठक पर हावी रहे।
अमेरिका की दृढ़ता पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयास में, बाइडेन ने वाशिंगटन के शिखर सम्मेलन की शुरुआत यूक्रेन को एक अतिरिक्त पैट्रिएट एयर डिफेंस सिस्टम देने की घोषणा से की है।
यूक्रेन को दर्जनों एयर डिफेंस सिस्टम देने की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने शिखर सम्म्मेलन के दौरान कहा कि - NATO जर्मनी में एक नई सैन्य कमान की घोषणा करेगा 'जो यूक्रेनी सैनिकों के लिए ट्रेनिंग, फोर्स डेवलपमेंट कार्यक्रम जल्द शुरू करेगा। नाटो द्वारा यह कमान जर्मन शहर विस्बाडेन में स्थापित की जाएगी।
बता दें कि जर्मनी और रोमानिया पहले ही यूक्रेन को दो नई पैट्रिएट प्रणाली देने का वादा कर चुके हैं। इसके अलावा नीदरलैंड्स ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर एक और ऐसा ही सिस्टम देने का वादा किया है।
यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) में सोमवार को बच्चों के अस्पताल पर हुए हमले ने रूस की मिसाइलों के प्रति यूक्रेन के लोगों की असुरक्षा को उजागर किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के मुताबिक उस हमले लगभग में 43 लोग मारे गए।
उनके इस बयान पर जेक सुलिवन ने कहा - नाटो द्वारा जल ही यूक्रेनी वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और F-16 के प्रावधान के माध्यम से यूक्रेन की वायु शक्ति का निर्माण करने की योजना को मंजूरी दी गई है। नाटो शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को 2025 में कम से कम 40 बिलियन यूरो की सुरक्षा सहायता प्रदान करने की घोषणा की।
नाटो प्रमुख जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने गठबंधन के देशों से कीव (Kyiv) के लिए समर्थन देने का आग्रह किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस जीतता है, तो यह नाटो के लिए "सबसे बड़ा खतरा" होगा। देखा जाए तो इस युद्ध का परिणाम आने वाले दशकों तक वैश्विक सुरक्षा को एक नया आकार प्रदान करेगा।
NATO को मिलेगी खुली चुनौती
मिली जानकारी के अनुसार, यूक्रेन राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने अपने पश्चिमी सहयोगी राष्ट्रों से हवाई सुरक्षा आपूर्ति बढ़ाने के लिए महीनों तक अनुरोध किया है। ऐसे में अमेरिका की ये सहायता घोषणा उसके लिए काफी मददगार साबित होगी। हालांकि, अमेरिका का यूक्रेन को सपोर्ट करना रूस को एक खुली चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
रूस और यूक्रेन की क्या रही प्रतिक्रिया
वाशिंगटन में आयोजित इस शिखर सम्मलेन में यूक्रेन की मदद के लिए गई घोषणा के बाद जेलेंस्की ने कीव (Kyiv) के समर्थकों को एयर डिफेंस प्रणाली के लिए धन्यवाद दिया और अमेरिका व अन्य देशों से रूस को हराने के लिए में और ज्यादा मदद करने का आग्रह किया। यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंस्की ने थिंक टैंक को संबोधित करते हुए कहा, "पूरी दुनिया अमेरिकी चुनाव के परिणाम इंतजार कर रही है जो नवंबर में घोषित होंगे।"
दूसरी तरफ रूस ने नाटो शिखर सम्मेलन और भी मजबूत हो गया। सम्मेलन "बहुत ध्यान से" देख रहा है और देशों की आपसी बातचीत में बयानबाजी और लिए गए निर्णयों पर ध्यान दे रहा है।
यूक्रेन के लिए बड़ी जीत साबित होगा
बताया जा रहा है कि नाटो द्वारा अधिक हथियारों का वादा यूक्रेनी नेता के लिए सबसे बड़ी जीत साबित होगा क्योंकि, उनके सैनिक फ़ोर्स जमीन बचाए रखने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। रूस के साथ नाटो के भी युद्ध में उतरने के बाद चिंतित अमेरिका और जर्मनी ने यूक्रेन को अपने गठबंधन में शामिल होने का स्पष्ट निमंत्रण देने के मुद्दे को वहीं खत्म कर दिया है।
कुछ राजनेताओं का कहना है कि इस शिखर सम्मेलन में की घोषणा के बाद आने वाले समय में यूक्रेन को नाटो की सदस्यता मिलने का मार्ग स्पष्ट किया जा सकता है। इस संयुक्त घोषणा में नाटो के सदस्य ने यह भी दावा किया है कि वे रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन का समर्थन पूरी शिद्दत से करते रहेंगे। इ