रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हमले का खतरा बढ़ने से चिंताएं गहरी हो गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी स्थिति में कुछ देश सबसे सुरक्षित माने जा रहे हैं, जिनमें भारत के पड़ोस का एक देश भी शामिल है।
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 2 साल 10 महीने से चल रहा संघर्ष किसी समाधान तक नहीं पहुंच सका है। हाल के मिसाइल हमलों और बढ़ते तनाव ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। विशेषज्ञों और खुफिया एजेंसियों ने संभावित परमाणु हमले की चेतावनी दी है, जिससे पूरी दुनिया सतर्क हो गई है।
हालात को देखते हुए सवाल उठता है कि अगर परमाणु युद्ध होता है, तो कौन से देश सुरक्षित रह सकते हैं। द मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं, जो इस खतरनाक स्थिति में भी शरणस्थल बन सकते हैं। आइए जानते हैं इन संभावित सुरक्षित देशों के बारे में।
रूस-यूक्रेन युद्ध: स्थिति और भी गंभीर
लगातार बढ़ते हमलों ने रूस-यूक्रेन युद्ध को और भयावह बना दिया है। हाल ही में यूक्रेन ने रूस के कई अहम ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिसके बाद रूस ने परमाणु हमले की संभावना को बढ़ा दिया है। यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने भी इस बात की आशंका जताई है कि रूस बड़ा हमला कर सकता है।
रूस की परमाणु शक्ति और उसकी योजना पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं। इससे न केवल यूक्रेन, बल्कि वैश्विक स्तर पर सभी देशों की चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति में कुछ स्थान ही ऐसे होंगे, जो इस विनाशकारी हमले के प्रभाव से बच सकते हैं।
1. अंटार्कटिका: पृथ्वी का सबसे सुरक्षित स्थान
अंटार्कटिका को परमाणु युद्ध के दौरान सबसे सुरक्षित स्थानों में से एक माना जाता है। यह पूरी तरह से बर्फ से ढका और अन्य देशों से अलग-थलग है। रणनीतिक दृष्टि से भी इसका कोई विशेष महत्व नहीं है।
यहां करीब 86 लाख वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र है, जो बड़ी संख्या में लोगों को आश्रय दे सकता है। हालांकि, यहां जीवन आसान नहीं है। भीषण ठंड और कठोर जलवायु के कारण यहां लंबे समय तक रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
2. आइसलैंड: तटस्थ और शांतिपूर्ण देश
आइसलैंड का इतिहास इसे एक सुरक्षित स्थान बनाता है। इस देश ने कभी भी किसी युद्ध में भाग नहीं लिया और न ही यह किसी संघर्ष का हिस्सा बना।
आइसलैंड की भौगोलिक स्थिति भी इसे अन्य देशों से अलग बनाती है। अगर यूरोप में परमाणु हमला होता है, तो इसकी दूरी के कारण इसका प्रभाव आइसलैंड तक नहीं पहुंचेगा। इसके शांतिपूर्ण माहौल और तटस्थता के कारण इसे एक आदर्श शरणस्थल माना जा सकता है।
3. भूटान: पहाड़ों के बीच शांति का ठिकाना
भूटान का नाम भी उन देशों में शामिल है, जो परमाणु युद्ध की स्थिति में सबसे सुरक्षित हो सकते हैं। यह छोटा, पहाड़ी देश तटस्थ है और किसी भी बड़े संघर्ष से अब तक दूर रहा है।
भूटान ने 1971 में संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता ली थी, लेकिन तब से उसने अपनी स्वतंत्र और शांतिपूर्ण नीति बनाए रखी है। यह देश अपने प्राकृतिक सौंदर्य और रणनीतिक सुरक्षा के लिए प्रसिद्ध है।
4. इंडोनेशिया: स्वतंत्र विदेश नीति का उदाहरण
इंडोनेशिया को भी सुरक्षित स्थान माना जाता है। यह देश अब तक किसी भी बड़े युद्ध का हिस्सा नहीं बना है। इसके पहले राष्ट्रपति अचमेद सुकर्णो ने देश की विदेश नीति को स्वतंत्र और सक्रिय बताया था।
इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति और शांतिपूर्ण नीतियां इसे परमाणु हमले की स्थिति में सुरक्षित बनाती हैं।
5. अर्जेंटीना: दूरस्थ और कृषि संपन्न देश
अर्जेंटीना का स्थान दक्षिण अमेरिका में है और यह रूस और यूरोप से काफी दूर है। इसकी भौगोलिक स्थिति इसे परमाणु हमले के प्रभाव से बचाती है।
यह देश कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भर है, जो इसे अन्य देशों से अलग करता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर परमाणु हमले के कारण पृथ्वी का वातावरण खराब हो जाता है, तो भी अर्जेंटीना में फसल उगाने की संभावनाएं बनी रहेंगी।
6. न्यूजीलैंड: प्राकृतिक सुरक्षा और शांतिपूर्ण इतिहास
न्यूजीलैंड को ग्लोबल पीस इंडेक्स में चौथे स्थान पर रखा गया है। यह देश किसी भी संघर्ष में भाग नहीं लेता और इसका शांतिपूर्ण इतिहास इसे सुरक्षित बनाता है।यहां के पहाड़ी इलाके और अन्य देशों से अलग-थलग स्थिति इसे परमाणु हमले के प्रभाव से बचा सकती है।
7. स्विट्जरलैंड: न्यूक्लियर शेल्टर और तटस्थता
स्विट्जरलैंड का नाम दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में हमेशा शामिल किया जाता है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जब पूरा यूरोप जंग में उलझा था, तब भी स्विट्जरलैंड तटस्थ रहा। यहां बड़े पैमाने पर न्यूक्लियर शेल्टर मौजूद हैं, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में लाखों लोगों को आश्रय दे सकते हैं।