राजस्थान में अब सरकारी स्कूलों में सेवानिवृत्त सैनिकों को बी.एड. का दर्जा देकर शिक्षकों की नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने किसी सैनिक की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी या आश्रित को सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।
Jaipur News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आज मंगलवार (16 अप्रैल) को एलान किया कि राज्य शिक्षा विभाग की योजना के अनुसार सरकारी स्कूलों में सेवानिवृत्त सैनिकों को शिक्षक के रूप में भर्ती दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उन सैनिकों को बी.एड. डिग्री धारकों के समान दर्जा दिया जाएगा और उनकी योग्यता और आरक्षण कोटा के आधार पर नियुक्ति किया जाएगा। इसके अलावा किसी सैनिक की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी या आश्रित को सरकारी नौकरी भी मुहैया कराई जाएगी।
राजस्थान शिक्षा विभाग की पहल
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घोषणा करते हुए कहा है कि सेवानिवृत सैनिकों को बी.एड. डिग्री प्राप्त धारकों के समान दर्जा दिया जाएगा और उनकी योग्यता और आरक्षण कोटा के आधार पर नियुक्ति की जाएगी। राजस्थान शिक्षा विभाग इस दिशा में पहल कर रहा है और जल्द ही इस संबंध में एक प्रस्ताव सीएम भजन लाल शर्मा को भेजा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि कुछ पूर्व सैनिकों ने शिक्षा विभाग में शिक्षण पदों के लिए अप्लाई भी किया है। हालांकि, अभी तक अधिकारी बिना प्रशिक्षण के उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन अब राज्य सरकार के निर्देश पर सेवानिवृत्त सैनिकों को बी.एड. डिग्री धारकों के समकक्ष दर्जा देना होगा ताकि उन्हें उनकी योग्यता और आरक्षण के आधार पर सरकारी स्कूल के शिक्षकों के रूप में नियुक्त कर सकें।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने कहा
राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने जनसभा व अन्य मिडिया के साथ subkuz.com टीम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि देश की सेवा में कई भारतीय सैनिक शहीद हो जाते हैं। लेकिन देश में विधवाओं या आश्रितों को मुआवजा नियुक्ति देने का कोई प्रावधान नहीं है। फ़िलहाल, मैंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सेवानिवृत सैनिकों के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया, जिसे सीएम भजन लाल के पास भेजा जाएगा। उन्हें सरकारी नौकरियां प्रदान करने के लिए अब पूरे भारत में पहल करनी होगी।