Covid Scam Karnataka: कोरोना घोटाला मामले में येदियुरप्पा-श्रीरामुलु पर चलेगा मुकदमा, कर्नाटक सरकार के मंत्री ने किया बड़ा दावा

Covid Scam Karnataka: कोरोना घोटाला मामले में येदियुरप्पा-श्रीरामुलु पर चलेगा मुकदमा, कर्नाटक सरकार के मंत्री ने किया बड़ा दावा
Last Updated: 09 नवंबर 2024

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शनिवार को जानकारी दी कि जस्टिस माइकल डी कुन्हा जांच आयोग ने कोविड-19 महामारी के दौरान उपकरणों और दवाओं की खरीद में कथित अनियमितताओं की जांच की है। आयोग ने इस मामले में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा, साथ ही पूर्व मंत्री बी श्रीरामुलु के खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि जस्टिस माइकल डी कुन्हा जांच आयोग ने कोविड-19 महामारी के दौरान मेडिकल उपकरणों और दवाओं की खरीद में कथित अनियमितताओं की जांच की है। रिपोर्ट के आधार पर, आयोग ने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा और पूर्व मंत्री बी श्रीरामुलु के खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की हैं।

राव ने आरोप लगाया कि कोविड-19 के दौरान उपकरणों और दवाओं की खरीद में भारी लूट-खसोट हुई थी। उनका कहना था कि रिपोर्ट यह साबित करती है कि कांग्रेस पार्टी का आरोप सही था, जिसमें कहा गया था कि तत्कालीन सरकार ने महामारी की स्थिति का दुरुपयोग करते हुए मृतकों के नाम पर पैसा बनाया। इस मामले को लेकर अब राजनीतिक हलकों में विवाद और उथल-पुथल मचने की संभावना हैं।

आयोग ने सरकार को सौंपी प्रारंभिक रिपोर्ट

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कोविड-19 महामारी के दौरान हुई कथित अनियमितताओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान स्थिति बहुत गंभीर थी, और इस दौरान कोई भी सरकार से सवाल नहीं कर सकता था। इस का फायदा उठाते हुए तत्कालीन सरकार ने नियमों का उल्लंघन किया, लूट-खसोट की और अपनी सुविधाओं के लिए फैसले किए। राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने विपक्षी दल के रूप में इन खामियों को उजागर करने की कोशिश की थी।

मंत्री ने बताया कि राज्य में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने इस मुद्दे पर जांच करवाने के लिए एक आयोग का गठन किया था, जिसकी अध्यक्षता एक पूर्व न्यायाधीश ने की। राव के अनुसार, आयोग ने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है और पूरी रिपोर्ट छह से सात महीने में सौंपी जा सकती है, क्योंकि इसमें बहुत सारे दस्तावेजों की जांच करनी होगी।

राव ने कहा कि आयोग की रिपोर्ट के अनुसार तत्कालीन मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु का नाम सीधे तौर पर लिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पीपीई किट की खरीद में लगभग 14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, क्योंकि इनकी खरीद अधिक कीमत पर की गई और नियमों का उल्लंघन करते हुए इन्हें चीन और हांगकांग से खरीदा गया, जबकि देश में इनकी उपलब्धता थी।

जांच समित ने येदियुरप्पा और श्रीरामुलु को दी नसीहत

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के दौरान बी एस येदियुरप्पा और बी श्रीरामुलु को दूर रहने की सलाह दी, यह कहते हुए कि रिपोर्ट में लगाए गए गंभीर आरोपों के कारण उन्हें यह कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस जांच के दौरान श्रीरामुलु के बाद स्वास्थ्य मंत्री का पद संभालने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी आरोप सामने आ सकते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, 31 अगस्त को जस्टिस माइकल डी कुन्हा द्वारा सौंपी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में येदियुरप्पा और श्रीरामुलु के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। रिपोर्ट के आधार पर कर्नाटक सरकार ने पिछले महीने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) और एक कैबिनेट उप-समिति गठित की थी, जिससे इस मामले की गहन जांच की जाएगी।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के नेतृत्व में एक सात सदस्यीय कैबिनेट उप-समिति गठित की। इस समिति में गृह मंत्री जी परमेश्वर, कानून मंत्री एच के पाटिल, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव, ग्रामीण विकास मंत्री प्रियंक खरगे, श्रम मंत्री संतोष लाड और चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल भी शामिल हैं।

राव ने कहा कि रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि पीपीई किट की खरीद में नियमों का उल्लंघन किया गया और कंपनियों के पक्ष में सौदे किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 14 करोड़ रुपये अधिक भुगतान किया गया।

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