तमिलनाडु के मौसम विभाग ने राज्य के लिए अग्रिम चेतावनी जारी की है, जिसके बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सरकार ने एहतियातन कदम उठाते हुए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में, सरकार ने कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, जिला कलेक्टरों को अन्य तैयारियों का जायजा लेने के लिए निर्देशित किया गया है।
चेन्नई: तमिलनाडु में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते राज्य सरकार ने एहतियातन कदम उठाए हैं। 15 अक्टूबर को चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अध्यक्षता में सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। सरकार की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन जिलों में आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को 15 से 18 अक्टूबर तक घर से काम करने की अनुमति देने का निर्देश भी दिया है।
निजी कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह, सरकार ने जारी किया निर्देश
बैठक में चेन्नई निगम आयुक्त ने तैयारियों का जायजा लेते हुए बताया कि 990 पंप और 57 ट्रैक्टर पंप सेट तैयार हैं। इसके अलावा, 36 मोटरबोट, 46 मीट्रिक टन ब्लीच पाउडर, 25 मीट्रिक टन चूना पाउडर और फिनोल तैयार रखा गया है। 169 कैंप कार्यालय, बचाव कार्यों के लिए आवश्यक खाना पकाने की जगह, 59 जेसीबी, 272 पेड़ काटने वाली मशीनें, 176 वाटर ड्रेनर, 130 जनरेटर और 115 लॉरी भी मानसून की तैयारियों के तहत स्टैंडबाय पर हैं।
तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम के जिला कलेक्टरों ने भी अपने-अपने जिलों में किए गए एहतियाती उपायों की जानकारी दी। उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, "हम मानसून की बारिश के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने चेन्नई और तिरुवल्लूर में स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा की है, क्योंकि कल भारी बारिश की उम्मीद है। "हमने निजी कंपनियों को घर से काम करने का निर्देश दिया है, ताकि लोग यात्रा करने से बच सकें।" इससे पहले दिन में, तिरुवल्लूर जिले में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान, IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
तमिलनाडु में लगातार बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे पोन्नेरी रेलवे सबवे सहित कई स्थानों पर जलभराव हो गया है। स्थानीय अधिकारी जलभराव की समस्या का आकलन कर रहे हैं और बाढ़ के प्रभावों का प्रबंधन कर रहे हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 14 अक्टूबर, 2024 को 05:30 बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की जानकारी दी है। यह कम दबाव का क्षेत्र अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम की दिशा में बढ़ने की संभावना है, जिससे उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर असर पड़ सकता है।