उत्तर भारत के कई शहरों, including दिल्ली, में 14 नवंबर की सुबह कोहरे और सर्दी का असर देखा गया। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में जारी बर्फबारी के कारण, अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में कोहरे और धुंध की संभावना बनी रहेगी।
मौसम: 14 नवंबर, गुरुवार से देश के कई राज्यों, खासकर दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य शहरों में मौसम का मिजाज बदल गया है। राजधानी दिल्ली में कोहरा और ठंड ने दस्तक दी, जिससे सुबह का तापमान गिर गया। साथ ही, कई अन्य शहरों में भी सर्दी का असर देखा गया। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मौसम विभाग ने उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक कोहरे और धुंध की संभावना जताई हैं।
इसके अलावा, दक्षिण भारत के राज्यों जैसे तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में भी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, इन इलाकों में अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है, जिससे मौसम में और भी बदलाव हो सकता हैं।
दिल्ली में दी ठंड ने दस्तक
दिल्ली में 14 नवंबर को सीजन की सबसे सर्द सुबह देखने को मिली, जब न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है। मौसम विभाग ने 15 नवंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें सुबह और रात के समय घना कोहरा और दिन में स्मॉग की परत छाए रहने का अनुमान जताया गया है। आगामी दिनों में तापमान में गिरावट जारी रहने की संभावना है, और अगले छह दिनों में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक जबकि न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इससे सर्दी का एहसास और बढ़ेगा।
मौसम वैज्ञानिक एके दास के अनुसार, इस तापमान में गिरावट का कारण पश्चिमी विक्षोभ है, जो हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी का कारण बना। इससे उत्तर भारत के कई राज्यों में तापमान में गिरावट आई है, और दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में ठंड का असर बढ़ा है। यह पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है, जिससे आने वाले दिनों में और सर्दी बढ़ने की संभावना हैं।
श्रीनगर और चंडीगढ़ में बारिश के आसार
स्काईमेट वेदर के अनुसार, 13 नवंबर को पहाड़ों पर हुई बर्फबारी एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ का परिणाम थी। अब एक और, थोड़ा मजबूत पश्चिमी विक्षोभ तेजी से आ रहा है, जो बुधवार रात कश्मीर और लद्दाख के मध्य और ऊंचे क्षेत्रों में पहुंचा। यह प्रणाली 16 नवंबर तक सक्रिय रहेगी और इसके प्रभाव से 12,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाली पर्वत श्रृंखलाओं में बर्फबारी का एक और दौर देखा जा सकता है। कश्मीर के निचले क्षेत्रों जैसे श्रीनगर, बनिहाल और काजीगुंड में छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें हो सकती हैं। इसके अलावा, जम्मू, उधमपुर, सांबा, पठानकोट, अमृतसर, चंडीगढ़ जैसे निचले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, दिल्ली में इस दौरान बारिश की संभावना कम हैं।
इस पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद ठंडी हवाएं पहाड़ी क्षेत्रों से होते हुए उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और दिल्ली तक पहुंच सकती हैं, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। इस सप्ताह के अंत तक तापमान में मामूली गिरावट का अनुमान है और अगले हफ्ते की शुरुआत में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, या इससे भी कम हो सकता हैं।
इन राज्यों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस साल भारत में ठंड के तेवर काफी कड़े रह सकते हैं, और खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे क्षेत्रों में सर्दी का प्रभाव अधिक हो सकता है। इसका प्रमुख कारण ला-नीना (La Niña) की घटना है, जो ठंड के मौसम में अहम भूमिका निभाती है। ला-नीना एक खास मौसमीय अवस्था है, जिसमें समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कम हो जाता है, जिससे उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी भारत और दिल्ली-एनसीआर समेत मध्य क्षेत्र में कड़ी सर्दी का सामना करना पड़ सकता हैं।
ला-नीना के प्रभाव के चलते इन क्षेत्रों में अधिक ठंड और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, इसका पूरा प्रभाव आने वाले महीनों में स्पष्ट होगा। मौसम विभाग ने बताया कि ला-नीना के कारण ठंड का प्रकोप अधिकतम जनवरी और फरवरी के महीने में देखने को मिल सकता हैं।
इन राज्यों में मौसम लेगा करवट
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। खासकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में घना कोहरा देखने को मिलेगा। इसके अलावा गंगा के मैदानी इलाके, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई हैं।
वहीं, दक्षिण भारत में भी मौसम परिवर्तन हो रहा है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटों में तमिलनाडु के सिरकाली और कोलाई डैम में भारी बारिश दर्ज की गई, और पुडुचेरी, रायलसीमा के गुंटूर में भी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर तमिलनाडु और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है, लेकिन बांग्लादेश के ऊपर एक और चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ आज रात से हिमालय क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर को प्रभावित करना शुरू कर देगा। इस कारण से तमिलनाडु में 19 नवंबर तक, तटीय आंध्र प्रदेश में 18 नवंबर को, केरल में 19 नवंबर तक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 18 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती हैं।