अध्ययन में भारतीय छात्रों के लिए इजरायल बना आकर्षण केंद्र, जानें छात्रों को कौन से कोर्स में हैं रुचि और फीस में कितना है अंतर?

अध्ययन में भारतीय छात्रों के लिए इजरायल बना आकर्षण केंद्र, जानें छात्रों को कौन से कोर्स में हैं रुचि और फीस में कितना है अंतर?
Last Updated: 3 घंटा पहले

इजरायल में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भारतीय छात्र इजरायल में कौन-कौन से कोर्स कर रहे हैं और भारत की तुलना में वहां फीस में कितना अंतर है।

Indian Students Studying In Israel: इजरायल इन दिनों दुनिया में ईरान, हमास और हिजबुल्ला के साथ युद्ध के लिए चर्चा में है, लेकिन यह एक तेजी से विकसित होता देश भी है। तकनीकी क्षेत्र में इजरायल अन्य कई देशों से काफी आगे है। भारत भी इजरायल से कई चीजों का आयात करता है। शिक्षा के क्षेत्र में इजरायल का स्तर भी काफी ऊँचा है। यही कारण है कि बहुत से भारतीय छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए इजरायल जाते हैं और वहां की विभिन्न विश्वविद्यालयों में दाखिला लेते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि भारतीय छात्र इजरायल में कौन-कौन से पाठ्यक्रम करते हैं और भारत की तुलना में इजरायल में फीस कितनी कम होती है।

इजराइल में कौन से कोर्स करते हैं भारतीय छात्र?

साल 2022 में विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 1200 से अधिक छात्र इजराइल में अध्ययन कर रहे हैं। ये छात्र इजराइल की विभिन्न विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों का चयन कर रहे हैं। इजराइल में अधिकांश भारतीय छात्र डॉक्टरेट और पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करने के लिए जाते हैं।

भारतीय छात्रों के बीच इजराइल में सबसे लोकप्रिय कोर्स हैं: मैकेनिकल इंजीनियरिंग, बिजनेस कम्युनिकेशन, इतिहास और अंतरराष्ट्रीय संबंध। इन पाठ्यक्रमों में काफी संख्या में भारतीय छात्र दाखिला लेते हैं। इसके अलावा, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति, हिब्रू भाषा अध्ययन, डिज़ाइनिंग और मध्य पूर्व अध्ययन जैसे कोर्स में भी कुछ भारतीय छात्रों की रुचि देखी जाती है।

भारत और इजराइल की फीस में अंतर?

भारत से अधिकांश छात्र इजराइल में अध्ययन करने के लिए स्कॉलरशिप का लाभ उठाते हैं, जिसमें उनकी पढ़ाई और रहने का पूरा खर्च शामिल होता है। हालांकि, यदि सामान्य छात्र की बात करें जो बिना किसी स्कॉलरशिप के इजराइल जाता है, तो उसे यह खर्च भारत की तुलना में अधिक पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, इंजीनियरिंग कोर्स की फीस इजराइल में $4000 से $15000 के बीच होती है, जो भारतीय रुपए में लगभग 3 लाख से 12 लाख तक हो जाती है।

भारत में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की सालाना फीस 50,000 रुपये से लेकर 2,00,000 रुपये तक होती है। वहीं, निजी संस्थानों में यह फीस 3 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक जा सकती है। इसी तरह, व्यवसाय अध्ययन में इजरायल में सालाना फीस 8 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक होती है। भारत की बात करें तो, आईआईएम (भारतीय प्रबंधन संस्थान) की फीस भी 15 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक होती है।

 

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