हायर एजुकेशन के लिए जब हम दुनिया के बेहतरीन देशों की बात करते हैं, तो अक्सर अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा का नाम सामने आता है। ये देश न केवल उच्च शिक्षा में गुणवत्ता प्रदान करते हैं, बल्कि उनकी यूनिवर्सिटीज वैश्विक रैंकिंग में भी शीर्ष पर होती हैं।
THE Asia Top Universities List 2025: एशिया में उच्च शिक्षा के लिए एक नई दिशा और अवसरों का खुलासा करते हुए, 'टाइम्स हायर एजुकेशन' (THE) ने अपनी एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 जारी कर दी है। इस रैंकिंग में एशिया के बेहतरीन और शीर्ष विश्वविद्यालयों का चयन किया गया है, जहां से भारतीय छात्रों समेत अन्य देशों के छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
खास बात यह है कि इस रैंकिंग में चीन का दबदबा नजर आ रहा है, जिसमें चीन की पांच प्रमुख यूनिवर्सिटीज टॉप-10 में जगह बनाने में सफल रही हैं। यह रैंकिंग न केवल उच्च शिक्षा के गुणवत्ता मानकों को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि एशिया में शिक्षा का स्तर दिन-ब-दिन ऊंचा हो रहा है।
THE रैंकिंग में चीन का दबदबा
टॉप-10 एशियाई विश्वविद्यालयों की सूची में चीन की पांच प्रमुख यूनिवर्सिटीज का नाम शामिल है। इसने यह साबित कर दिया कि एशिया में शिक्षा के क्षेत्र में चीन का प्रभाव और लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। रैंकिंग के अनुसार, सिंघुआ यूनिवर्सिटी और पेकिंग यूनिवर्सिटी ने क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर जगह बनाई है।
यह दोनों विश्वविद्यालय न केवल एशिया में बल्कि दुनिया भर में भी शिक्षा, रिसर्च और विकास के लिए एक प्रमुख पहचान बना चुके हैं। इसके अलावा, फुडान यूनिवर्सिटी, झेजियांग यूनिवर्सिटी और शंघाई जियाओ टोंग यूनिवर्सिटी ने भी अपनी जगह टॉप-10 में बनाई है।
चीन की ये यूनिवर्सिटीज विभिन्न शैक्षिक मानकों, रिसर्च कार्यों, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, और विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के दृष्टिकोण से उभरकर आई हैं। ये यूनिवर्सिटीज न केवल चीनी छात्रों के लिए बल्कि एशिया और बाकी दुनिया के छात्रों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुकी हैं। चीन में शिक्षा का स्तर और इन संस्थानों की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है, जो भविष्य में और अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करेगा।
एशिया की टॉप-10 यूनिवर्सिटीज
- सिंघुआ यूनिवर्सिटी (चीन)
- पेकिंग यूनिवर्सिटी (चीन)
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (सिंगापुर)
- नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (सिंगापुर)
- टोक्यो यूनिवर्सिटी (जापान)
- हांगकांग यूनिवर्सिटी (हांगकांग)
- फुडान यूनिवर्सिटी (चीन)
- झेजियांग यूनिवर्सिटी (चीन)
- चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग (हांगकांग)
- शंघाई जियाओ टोंग यूनिवर्सिटी (चीन)
सिंगापुर और जापान का योगदान
इसके अलावा, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दोनों सिंगापुर की प्रमुख संस्थाएं भी इस रैंकिंग में टॉप-10 में स्थान प्राप्त करने में सफल रही हैं। सिंगापुर, जो पहले से ही एक प्रमुख शिक्षा हब के रूप में पहचान बना चुका है, की इन यूनिवर्सिटीज ने न केवल क्षेत्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना नाम रोशन किया है। सिंगापुर की शिक्षा प्रणाली, प्रैक्टिकल दृष्टिकोण, और शोध कार्य छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करते हैं।
साथ ही, टोक्यो यूनिवर्सिटी (जापान) ने भी टॉप-10 में जगह बनाई है, जो यह दर्शाता है कि जापान भी एशिया के महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र के रूप में उभर रहा है। जापान की शिक्षा प्रणाली में विज्ञान, तकनीकी, और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया गया है, जो उसे छात्रों के बीच एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
हांगकांग की भी मजबूत उपस्थिति
हांगकांग भी इस रैंकिंग में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराता है। हांगकांग यूनिवर्सिटी और चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग ने टॉप-10 में जगह बनाई है। हांगकांग का शैक्षिक माहौल और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक साबित होता है। खासकर 2017 के बाद यह हांगकांग के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है, जब देश की सभी छह प्रमुख यूनिवर्सिटीज ने टॉप-50 में अपनी जगह बनाई है।
पहली बार शामिल होने वाले देश
THE रैंकिंग में कुछ नए देश भी शामिल हुए हैं, जो पहले कभी इस रैंकिंग का हिस्सा नहीं थे। इनमें उज्बेकिस्तान, बहरीन, मंगोलिया और सीरिया शामिल हैं। इन देशों के विश्वविद्यालयों का एशिया की प्रमुख रैंकिंग में आना इस बात का संकेत है कि शिक्षा के क्षेत्र में इन देशों में भी सुधार और विकास हो रहा है।
इस रैंकिंग में भारत के संस्थानों को भी महत्वपूर्ण स्थान मिला है, हालांकि भारत की कोई भी यूनिवर्सिटी टॉप-10 में शामिल नहीं हो पाई। इसके बावजूद, भारतीय विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन अच्छा है और उन्होंने रैंकिंग में अपनी स्थिति को बनाए रखा है। यह भारतीय छात्रों के लिए एक संकेत है कि वे अपनी शिक्षा के लिए एशिया में अन्य देशों की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज को भी देख सकते हैं।