Columbus

भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल: Sarvam को मिली 200 करोड़ की मदद, पढ़ें पूरी डिटेल्स

भारत का पहला स्वदेशी AI मॉडल: Sarvam को मिली 200 करोड़ की मदद, पढ़ें पूरी डिटेल्स
अंतिम अपडेट: 9 घंटा पहले

भारत सरकार ने Sarvam (सर्वम) को देश का पहला स्वदेशी AI मॉडल बनाने के लिए चुना है। यह कंपनी भारतीय भाषाओं को समझने में सक्षम एक लार्ज लेंग्वेज मॉडल तैयार करेगी। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस महत्वपूर्ण कदम की घोषणा की और बताया कि सरकार Sarvam को GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) उपलब्ध कराएगी।

नई दिल्ली: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र में एक ऐतिहासिक बदलाव आ रहा है। भारत सरकार ने Sarvam नामक एक स्टार्टअप को देश का पहला स्वदेशी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) बनाने के लिए चुना है। यह AI मॉडल विशेष रूप से भारतीय भाषाओं को समझने, उनकी विश्लेषण क्षमता को बढ़ाने और भारत के विशाल और विविध जनसंख्या के लिए अनुकूलित होगा। सरकार ने इस स्टार्टअप को अपनी मदद का हाथ बढ़ाते हुए उसे 200 करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। यह कदम भारतीय AI क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक मंच पर भारत को एक मजबूत स्थिति में खड़ा करने के लिए उठाया गया है।

AI फाउंडेशनल मॉडल का निर्माण

यह निर्णय देश के आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा की गई घोषणा के बाद सामने आया। उन्होंने बताया कि Sarvam को भारत के पहले AI फाउंडेशनल मॉडल का निर्माण करने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके अलावा, आने वाले समय में दो से तीन और स्टार्टअप इस परियोजना का हिस्सा बन सकते हैं। Sarvam AI पहले ही मेटा के LLAMA2-7B पर आधारित हिंदी भाषा में काम करने वाला एक भाषा मॉडल तैयार कर चुका है। इसके अलावा, यह मॉडल हिंदी, इंग्लिश और हिंग्लिश में कार्य करने में सक्षम है और यह ChatGPT 3.5 के समान प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है।

सरकार का समर्थन और GPU उपलब्ध कराना

भारत सरकार Sarvam AI को लगभग 200 करोड़ रुपये की राशि GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) के रूप में उपलब्ध कराएगी। यह GPUs AI मॉडल की ट्रेनिंग के लिए आवश्यक होते हैं और इनका उपयोग Sarvam के प्रोजेक्ट को सफलता की ओर ले जाने के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही, सरकार का मानना है कि इस मदद से भारतीय डेटा को देश के भीतर रखना संभव होगा, जिससे AI सेक्टर में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।

AI क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का उद्देश्य

Sarvam AI का उद्देश्य भारतीय भाषाओं को समझने वाला एक ऐसा AI मॉडल तैयार करना है जो स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में मददगार साबित हो सके। इस पहल से भारत में AI की प्रगति को गति मिलेगी और यह देश को AI तकनीक के क्षेत्र में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी बना सकता है। इसके अलावा, यह भारतीय व्यवसायों को भी अपने डेटा का सही उपयोग करने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे वे अपने AI मॉडल को ज्यादा प्रभावी और स्थानीय जरूरतों के अनुरूप बना सकेंगे।

Sarvam AI का संस्थापक नेतृत्व

Sarvam AI के संस्थापक विवेक राघवन और प्रतीयुष कुमार ने इस स्टार्टअप की शुरुआत 2023 में की थी। इससे पहले, दोनों ने इंफोसिस के सह संस्थापक नंदन निलेकणी के AI4Bharat परियोजना में भी काम किया था। विवेक राघवन ने इस अवसर पर कहा, 'हम Sarvam AI के माध्यम से भारतीय उद्यमों के डेटा का उपयोग करेंगे और विशिष्ट डोमेन के लिए AI मॉडल तैयार करेंगे। यह भारतीय AI सेक्टर के लिए एक मजबूत कदम होगा।' इसके अलावा, Sarvam AI ने इस साल अपनी सीरीज ए फंडिंग राउंड में 41 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जो इसके विकास को और गति देगा।

भारत का AI क्षेत्र भविष्य की ओर

यह कदम न केवल भारत के AI क्षेत्र को मजबूती देगा, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगा। जब AI मॉडल भारतीय भाषाओं और भारतीय संदर्भों के अनुरूप होंगे, तो इससे भारतीय समाज और उद्योग को बड़े फायदे होंगे। इसके अलावा, यह मॉडल सरकारी सेवाओं, सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र में भी अधिक सटीकता और दक्षता लाएंगे।

भारत का यह पहला स्वदेशी AI मॉडल न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत के लिए AI क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। आने वाले वर्षों में, Sarvam जैसे स्टार्टअप भारतीय तकनीकी क्षेत्र के लिए अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं।

Leave a comment