CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा पैटर्न में बदलाव, जानिए नए सवालों का फॉर्मेट और तैयारी की रणनीति

CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा पैटर्न में बदलाव, जानिए नए सवालों का फॉर्मेट और तैयारी की रणनीति
Last Updated: 11 घंटा पहले

CBSE 10th 12th Exam अगर आप भी बोर्ड एग्जाम दे रहे हैं, तो जानें इस साल लागू हुए अहम बदलाव

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)

Central Board of Secondary Education: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) दिसंबर 2025 के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की डेट शीट जारी करने की उम्मीद कर रहा है। छात्र जो शेड्यूल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वे CBSE की आधिकारिक वेबसाइट (cbse.gov.in) पर जाकर टाइम टेबल प्रकाशित होते ही उसे डाउनलोड कर सकते हैं। विशेष रूप से, बोर्ड ने पहले ही पुष्टि की थी कि परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से शुरू होंगी, जिससे छात्रों के पास अपनी पढ़ाई की तैयारी के लिए केवल कुछ महीने ही शेष हैं।

सीबीएसई परीक्षा पैटर्न 2025 में महत्वपूर्ण बदलाव

2025 की परीक्षाओं के लिए, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने प्रश्न पत्र प्रारूप में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के साथ स्पष्ट किया गया है। ये बदलाव योग्यता-आधारित शिक्षा की दिशा में हो रहे बदलाव को दर्शाते हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की ज्ञान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों का परीक्षण करना है, कि सिर्फ रटने पर निर्भर रहना। योग्यता-आधारित प्रश्नों की ओर बदलाव

सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक योग्यता-आधारित प्रश्नों पर बढ़ता ध्यान है, जो छात्रों की सैद्धांतिक अवधारणाओं को वास्तविक जीवन के परिदृश्यों में लागू करने की क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए तैयार किए गए हैं। इसका अर्थ है कि छात्रों को ऐसे प्रश्नों का सामना करना पड़ेगा जो केवल तथ्यों की याददाश्त के बजाय आलोचनात्मक सोच और समस्या समाधान कौशल का आकलन करते हैं।

कक्षा 10 के लिए, फॉर्मेट पिछले शैक्षणिक सत्र के अनुसार है, जिसमें 50 प्रतिशत प्रश्न योग्यता-आधारित हैं। हालांकि, कक्षा 12 के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिलेगा: योग्यता-आधारित प्रश्नों का अनुपात 2025 में 40% से बढ़कर 50% हो जाएगा। ये प्रश्न विभिन्न प्रकारों में प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें मल्टिपल चॉइस प्रश्न (MCQ), केस-आधारित प्रश्न और स्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्न शामिल हैं। छात्रों को अपनी तैयारी की रणनीतियों को इसके अनुसार समायोजित करना चाहिए और कॉन्सेप्ट्स को गहराई से समझने तथा समस्या समाधान तकनीकों का अभ्यास करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

रटने पर कम जोर

2025 के लिए सीबीएसई के संशोधित प्रारूप में रटने के महत्व को कम करने पर जोर दिया गया है। इन बदलावों का उद्देश्य छात्रों को केवल तथ्यों को याद करने से आगे बढ़कर विषय की गहन समझ विकसित करने के लिए प्रेरित करना है। इसके परिणामस्वरूप, कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षाओं में लघु उत्तर और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों जैसे निर्मित प्रतिक्रिया प्रश्नों की संख्या में थोड़ी कमी देखने को मिलेगी।

आगामी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 में छात्रों की अपेक्षाएँ

एकेडमिक ईयर 2024-25 के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए प्रश्न पत्र संरचना की जानकारी यहां प्रस्तुत की गई है। कक्षा 10 योग्यता-आधारित सवालों का प्रतिशत 50% रहेगा, जो पिछले एकेडमिक ईयर (2023-24) के पैटर्न को बनाए रखेगा। कक्षा 12 योग्यता-आधारित सवालों का प्रतिशत 2023-24 के 40% से बढ़कर 2024-25 में 50% हो जाएगा। छात्रों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि इन बदलावों के साथ उन्हें अपनी तैयारी में भी आवश्यक समायोजन करने होंगे, ताकि वे परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकें।

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