MPPSC: आज हम आपको एक ऐसे भाई-बहन की सफलता की कहानी सुनाएंगे जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, सही रणनीति और दृढ़ संकल्प से MPPSC PCS परीक्षा में सफलता प्राप्त की। यह कहानी मध्य प्रदेश के सागर जिले के शाहगढ़ तहसील के रहने वाले समीक्षा जैन और सिद्धार्थ जैन की है, जिन्होंने MPPSC PCS 2020 परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया। समीक्षा जैन डिप्टी कलेक्टर (SDM) बनीं, जबकि उनके भाई सिद्धार्थ जैन ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) का पद हासिल किया।
गांव से शुरुआत शिक्षा की मजबूत नींव
समीक्षा और सिद्धार्थ की शिक्षा की शुरुआत उनके गांव से ही हुई। समीक्षा ने अपनी इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई नवोदय विद्यालय खुरई से की और इसके बाद सागर यूनिवर्सिटी से फॉर्मेसी में डिग्री प्राप्त की। वहीं सिद्धार्थ ने अपनी पढ़ाई नागपुर, जबलपुर और इंदौर से पूरी की। हालांकि दोनों का सपना कुछ बड़ा था—वे सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बैठकर अपना नाम रोशन करना चाहते थे।
सिविल सर्विसेज की तैयारी साथ में कदम से कदम मिलाकर
समीक्षा और सिद्धार्थ ने सिविल सर्विसेज की तैयारी एक साथ शुरू की। हालांकि दोनों की पढ़ाई अलग-अलग जगहों से हुई थी, लेकिन तैयारी के दौरान उन्होंने सेल्फ-स्टडी को प्राथमिकता दी और आपस में सहयोग करते हुए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाया। भाई-बहन का एक-दूसरे के साथ समय बिताना और एक-दूसरे को मोटिवेट करना उनके सफलता के पीछे की महत्वपूर्ण वजह रही।
पहले प्रयास में मिली सफलता
दोनों भाई-बहन ने MPPSC PCS 2020 में पहली बार भाग लिया और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की। समीक्षा जैन ने परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की और डिप्टी कलेक्टर (SDM) के पद के लिए चयनित हुईं। वहीं, उनके भाई सिद्धार्थ जैन ने भी अपनी मेहनत और समर्पण से जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) का पद प्राप्त किया।
समीक्षा और सिद्धार्थ की प्रेरणादायक कहानी
समीक्षा और सिद्धार्थ की यह सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि अगर मेहनत, सही रणनीति और आत्मविश्वास हो, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो, तो किसी भी प्रकार की कठिनाई को पार किया जा सकता हैं।
कड़ी मेहनत और सही रणनीति
समीक्षा और सिद्धार्थ का मानना है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी के दौरान सबसे महत्वपूर्ण चीज है धैर्य, अनुशासन और सही योजना। उनका कहना है कि सही तरीके से पढ़ाई करने, खुद पर विश्वास रखने और समय प्रबंधन पर ध्यान देने से सफलता अवश्य मिलती हैं।
एस्पिरेंट्स के लिए संदेश
समीक्षा और सिद्धार्थ जैन का मानना है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी में धैर्य और अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा की तैयारी के दौरान ध्यान केंद्रित करने, आत्मविश्वास बनाए रखने और समय का सही इस्तेमाल करने से परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। सही दिशा में मेहनत करने से ही आप अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं। दोनों ने यह भी सलाह दी कि उम्मीदवारों को हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और खुद को कभी भी हार मानने नहीं देना चाहिए।
एक नई उम्मीद और प्रेरणा
समीक्षा और सिद्धार्थ जैन की कहानी यह साबित करती है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। इस भाई-बहन की जोड़ी ने यह संदेश दिया है कि अगर आप अपने सपनों को साकार करने के लिए ईमानदारी से मेहनत करें, तो सफलता खुद आपके कदम चूमेगी।
उनकी यह सफलता यह भी दर्शाती है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी में केवल एक व्यक्ति की मेहनत नहीं होती, बल्कि परिवार का सहयोग और सही दिशा का मार्गदर्शन भी उतना ही महत्वपूर्ण होता हैं।
यह कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं और जो विश्वास करते हैं कि मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता हैं।