इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) के कारण कप्तानों पर मैच बैन नहीं लगेगा, लेकिन उन्हें सख्त सजा का सामना करना पड़ेगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: बीसीसीआई ने आगामी आईपीएल 2025 से पहले सभी 10 टीमों के कप्तानों को बड़ी राहत दी है। गुरुवार को बीसीसीआई मुख्यालय में हुई कप्तानों की बैठक में यह फैसला लिया गया कि धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) के दोषी पाए जाने पर कप्तान पर अब बैन नहीं लगेगा। इसके बजाय उनके खाते में डीमेरिट अंक जोड़े जाएंगे।
पिछले सीजन तक नियम था कि यदि कोई टीम तीन बार धीमी ओवर गति का अपराध करती थी, तो कप्तान पर एक मैच का बैन और 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता था।
BCCI ने बदला नियम
BCCI मुख्यालय में हुई कप्तानों की बैठक में फैसला लिया गया कि धीमी ओवर गति के लिए कप्तान पर बैन लगाने का नियम खत्म किया जाएगा। इसके बजाय कप्तानों के खाते में डीमेरिट पॉइंट जोड़े जाएंगे और उन पर आर्थिक दंड लगाया जाएगा। पिछले सीजन तक यह नियम था कि अगर कोई टीम तीन बार धीमी ओवर गति की दोषी पाई जाती, तो कप्तान पर एक मैच का बैन और 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता। इसी कारण मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या पर प्रतिबंध लगा था और वह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पहला मैच नहीं खेल सकेंगे।
नए नियम के तहत क्या होगा बदलाव?
BCCI सूत्रों के मुताबिक, अब धीमी ओवर गति के लिए कप्तानों को डीमेरिट पॉइंट दिए जाएंगे, जो तीन साल तक मान्य रहेंगे।
लेवल 1 अपराध
कप्तान की मैच फीस का 25% से 75% तक कटौती होगी।
डीमेरिट अंक जोड़े जाएंगे, जो तीन साल तक प्रभावी रहेंगे।
लेवल 2 अपराध
कप्तान के खाते में चार डीमेरिट अंक जुड़ेंगे।
प्रत्येक चार डीमेरिट अंकों पर मैच रेफरी दंडित करेगा।
100% मैच फीस का जुर्माना या अतिरिक्त डीमेरिट अंक जोड़े जाएंगे।
BCCI के एक अधिकारी ने कहा, "भविष्य में अगर किसी कप्तान के डीमेरिट पॉइंट ज्यादा हो जाते हैं, तो प्रतिबंध भी संभव है, लेकिन धीमी ओवर गति के कारण सीधे बैन नहीं लगेगा।"
BCCI के इस नए फैसले से कप्तानों को राहत जरूर मिली है, लेकिन अब उन्हें अपनी ओवर गति पर ध्यान देना होगा, क्योंकि डीमेरिट पॉइंट बढ़ने पर भविष्य में कड़ी कार्रवाई संभव हैं।