बिहार के सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रगान के दौरान बात करते दिखे, जिससे विवाद हुआ। राबड़ी देवी, तेजस्वी समेत विपक्ष ने माफी की मांग की, जबकि जेडीयू-बीजेपी ने आरोपों को खारिज किया।
Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के समय अपने पास खड़े प्रधान सचिव दीपक कुमार से बार-बार बात करने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि दीपक कुमार असहज महसूस कर रहे थे और इशारों में मुख्यमंत्री को सावधान मुद्रा में खड़े रहने के लिए कह रहे थे। बावजूद इसके, नीतीश कुमार उन्हें लगातार टोकते रहे, जिससे यह मुद्दा तूल पकड़ गया।
आलोचनाओं के घेरे में नीतीश कुमार
वीडियो के वायरल होते ही बिहार की राजनीति गरमा गई। विपक्ष ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता राबड़ी देवी ने इस घटना को अपमानजनक बताते हुए नीतीश कुमार से सदन में माफी मांगने की मांग की। विधान परिषद में इस मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ, जिसके चलते कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। विधान सभा के बजट सत्र के दौरान भी पहली बार कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक रोकना पड़ा।
राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का हमला
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस मुद्दे पर खासा आक्रोशित दिखीं। उन्होंने विधान परिषद के पोर्टिको में धरना दिया और आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब सत्ता के योग्य नहीं रहे। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार का दिमाग खराब हो गया है, उन्हें अब मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए।" हालांकि, विधान परिषद के सभापति ने उनके इस बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह की भाषा का उपयोग करना उचित नहीं है।
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। उनके सोशल मीडिया अकाउंट से किए गए पोस्ट में कहा गया, "यह सिर्फ नीतीश कुमार का नहीं बल्कि पूरे एनडीए का अपमान है। बीजेपी-जेडीयू और उनके सहयोगी दलों ने संयुक्त रूप से इस अपमान में भाग लिया है।" उन्होंने आगे कहा कि बिहार के लोगों को इस ऐतिहासिक शर्मनाक लम्हे को याद रखना चाहिए।
समाजवादी पार्टी और आरजेडी नेताओं की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि राष्ट्रगान का सम्मान करना देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी है। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, "नीतीश कुमार अब अचेत हो चुके हैं। वे मुख्यमंत्री की कुर्सी के योग्य नहीं हैं।" उन्होंने कहा कि यह बिहार के लिए शर्मनाक स्थिति है और जनता इसका जवाब देगी।
बीजेपी और जेडीयू नेताओं का बचाव
जहां विपक्ष इस मुद्दे को लेकर हमलावर है, वहीं जेडीयू और बीजेपी ने नीतीश कुमार का बचाव किया। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि यह विपक्ष का साजिशन हंगामा है और कोई राष्ट्रगान का अपमान नहीं हुआ। उन्होंने कहा, "जंगलराज वाली आरजेडी को अब कोई मुद्दा नहीं मिल रहा, इसलिए वह बेवजह विवाद खड़ा कर रही है।"
जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने भी कहा कि नीतीश कुमार से माफी मांगने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा, "परिवारवादी लोग नीतीश कुमार के राष्ट्रवादी चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं। नीतीश कुमार स्वतंत्रता सेनानी के बेटे हैं और उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाना गलत है।"
'राष्ट्रगान का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान'
तेजस्वी यादव ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। उन्होंने कहा, "हम नीतीश कुमार का सम्मान करते हैं, लेकिन राष्ट्रगान के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" इसके जवाब में बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने कहा, "नीतीश कुमार के बारे में बिहार की जनता सब जानती है। उन्हें किसी से देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं है।"