पर्थ टेस्ट में केएल राहुल ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए यशस्वी जयसवाल के साथ शतकीय साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों की इस पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और 19 साल बाद इतिहास रचने का मौका दिया।
India vs Australia 1st Test: पर्थ टेस्ट में भारतीय ओपनर्स केएल राहुल और यशस्वी जयसवाल ने मिलकर 2004 के बाद ऑस्ट्रेलिया में पहली बार शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। यह उपलब्धि उस समय हासिल हुई जब भारत ने पहली पारी में 150 रनों का आंकड़ा छू लिया। राहुल और यशस्वी की इस साझेदारी ने न केवल भारत को एक मजबूत शुरुआत दी बल्कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को भी बैकफुट पर धकेल दिया।
राहुल और यशस्वी ने बनाए अर्धशतक
यशस्वी जयसवाल और केएल राहुल की जोड़ी ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से फैंस का दिल जीत लिया। दोनों ने अर्धशतक जड़ते हुए टीम इंडिया को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया। राहुल ने 57 रन बनाए जबकि यशस्वी ने 79 रनों की पारी खेली। इस साझेदारी ने न केवल भारत के स्कोर को 150 रनों तक पहुंचाया, बल्कि टीम को ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर 20 साल बाद ऐतिहासिक सफलता दिलाई।
ओपनिंग जोड़ी ने दर्ज किया नया रिकॉर्ड
राहुल और यशस्वी ने न केवल शतकीय साझेदारी की, बल्कि एक और कीर्तिमान अपने नाम किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बतौर ओपनर्स 51 ओवरों तक बल्लेबाजी की, जो इस मैदान पर किसी भारतीय ओपनिंग जोड़ी के लिए सबसे ज्यादा है। उनके संयमित प्रदर्शन ने भारतीय खेमे में जीत की उम्मीद जगा दी।
टीम इंडिया की बॉलिंग का कमाल
भारतीय गेंदबाजों ने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम को मात्र 104 रनों पर ढेर कर दिया। जसप्रीत बुमराह ने घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाए। वहीं, मोहम्मद सिराज ने 2 और हर्षित राणा ने 3 विकेट झटककर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को धराशायी कर दिया। भारतीय गेंदबाजों के इस प्रदर्शन ने मेहमान टीम को पहली पारी में बढ़त दिलाई।
भारतीय टीम ने बनाई मजबूत बढ़त
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 200 रनों से ज्यादा की बढ़त बना ली। राहुल और यशस्वी की शानदार साझेदारी ने भारत को पर्थ टेस्ट में मजबूती दी। भारतीय गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही क्षेत्रों में किए गए इस शानदार प्रदर्शन ने मैच को पूरी तरह भारत के पक्ष में कर दिया।
पर्थ टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने रचा इतिहास
यह टेस्ट मैच न केवल राहुल और यशस्वी के लिए यादगार रहेगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में भी एक खास जगह बनाएगा। ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भारतीय ओपनर्स की इस साझेदारी ने साबित कर दिया कि भारतीय बल्लेबाज दुनिया की किसी भी पिच पर बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हैं।