Sachin Tendulkar:13 साल बाद भी कायम है सचिन तेंदुलकर का 100 शतकों का रिकॉर्ड, अब तक कोई नहीं तोड़ सका ये ऐतिहासिक मुकाम

Sachin Tendulkar:13 साल बाद भी कायम है सचिन तेंदुलकर का 100 शतकों का रिकॉर्ड, अब तक कोई नहीं तोड़ सका ये ऐतिहासिक मुकाम
अंतिम अपडेट: 21 घंटा पहले

क्रिकेट के इतिहास में कुछ उपलब्धियां ऐसी होती हैं, जो दशकों तक याद रखी जाती हैं। ऐसी ही एक अद्वितीय उपलब्धि 16 मार्च 2012 को भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने हासिल की थी। आज से 13 साल पहले सचिन ने बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में खेले गए एशिया कप मुकाबले में अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया था। यह कारनामा करने वाले वे दुनिया के पहले और अब तक के एकमात्र बल्लेबाज हैं।

13 साल बाद भी सलामत है रिकॉर्ड, विराट कोहली अब भी पीछे

सचिन तेंदुलकर के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतकों की सूची में दूसरा स्थान भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का है, जिन्होंने अब तक 82 शतक लगाए हैं। हालांकि, कोहली सचिन के वनडे शतकों (49) का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं, लेकिन कुल 100 शतकों के ऐतिहासिक आंकड़े से अभी भी काफी दूर हैं।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 71 शतक दर्ज हैं, जिससे साफ है कि सचिन का यह रिकॉर्ड अब भी क्रिकेट जगत में अद्वितीय बना हुआ है।

ऐसे पूरा किया था 100वां शतक का सपना

सचिन तेंदुलकर ने 16 मार्च 2012 को मीरपुर, बांग्लादेश में खेले गए एशिया कप मुकाबले में 147 गेंदों पर 114 रन बनाकर अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया था। हालांकि, उनकी इस ऐतिहासिक पारी के बावजूद भारत को उस मैच में बांग्लादेश के हाथों 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। लेकिन सचिन का यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक सुनहरा अध्याय बन गया।

सचिन का क्रिकेट सफर: रिकॉर्ड्स की अनगिनत कहानियां

सचिन तेंदुलकर के अंतरराष्ट्रीय करियर को अगर रिकॉर्ड्स का महासागर कहा जाए, तो यह गलत नहीं होगा। उन्होंने अपने करियर में:

463 वनडे मैच खेले, जिनमें 18,426 रन बनाए।
वनडे में 49 शतक और 96 अर्धशतक जड़े।
200 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 15,921 रन और 51 शतक बनाए।
अपने करियर में कुल 6 वनडे विश्व कप खेले, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक है।
2011 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे।

2013 में लिया था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

सचिन तेंदुलकर ने 16 नवंबर 2013 को वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना अंतिम टेस्ट मैच खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। उनका आखिरी वनडे 18 मार्च 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ मीरपुर में खेला गया था। भले ही मास्टर ब्लास्टर ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया हो, लेकिन जब भी स्टेडियम में उनकी मौजूदगी होती है, तो दर्शकों की जुबां पर सिर्फ एक ही नारा गूंजता है, "सचिन... सचिन..."। उनका यह 100 शतकों का रिकॉर्ड आज भी एक ऐसा ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जिसे कोई भी बल्लेबाज पार नहीं कर सका हैं।

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