Virat Kohli Angry: BCCI के नए फैमिली नियम से नाखुश विराट कोहली, बोले- "अकेले बैठकर उदास नहीं होना चाहता"

Virat Kohli Angry: BCCI के नए फैमिली नियम से नाखुश विराट कोहली, बोले-
अंतिम अपडेट: 22 घंटा पहले

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) ने हाल ही में BCCI के नए फैमिली रेस्ट्रिक्शन रूल (Family Restriction Rule) पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने साफ कहा कि खिलाड़ी मानसिक तौर पर संतुलित रहने के लिए अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं और ऐसे नियमों से उनका मनोबल प्रभावित हो सकता हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली बीसीसीआई के नए नियम से नाखुश नजर आ रहे हैं, जिसमें विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय को सीमित कर दिया गया है। कोहली का मानना है कि ऐसे फैसले लेने वालों को खिलाड़ियों से दूर रखना चाहिए, क्योंकि जब खिलाड़ी कठिन दौर से गुजरते हैं, तो परिवार ही उनका सबसे बड़ा सहारा होता है। 36 वर्षीय किंग कोहली हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया था।

कोहली का बड़ा बयान – परिवार साथ हो तो मुश्किलें आसान लगती हैं

RCB इनोवेशन लैब इंडियन स्पोर्ट्स समिट में विराट कोहली ने BCCI के इस नए नियम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि परिवार खिलाड़ियों के लिए एक अहम सहारा होता है, खासकर जब वे मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं। कोहली ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि ऐसे फैसले लेने वाले लोग समझते हैं कि इनका खिलाड़ियों पर कितना गहरा असर पड़ सकता है। जब आप अपने करियर के सबसे कठिन समय में होते हैं, तो परिवार से मिलने की अनुमति न मिलना मानसिक रूप से और भी मुश्किल हो जाता हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "अगर किसी खिलाड़ी से पूछा जाए कि क्या वह अपने परिवार को दौरे पर साथ रखना चाहता है, तो हर कोई 'हां' कहेगा। मैं कमरे में अकेले बैठकर उदास नहीं होना चाहता, मैं सामान्य महसूस करना चाहता हूं।"

क्या है BCCI का नया फैमिली रेस्ट्रिक्शन नियम?

BCCI ने हाल ही में एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय को सीमित कर दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 45 दिन से ज्यादा के विदेशी दौरे में खिलाड़ी अपने परिवार को केवल दो हफ्ते तक साथ रख सकते हैं। छोटे दौरों (15 दिन से कम) पर परिवार केवल एक हफ्ते तक साथ रह सकता है। अगर कोई खिलाड़ी पूरे दौरे के दौरान परिवार को साथ रखना चाहता है, तो उसे हेड कोच और सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी।

खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति पर पड़ेगा असर?

विराट कोहली हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था और टीम को खिताब जीतने में अहम योगदान दिया था। उनकी इस जीत के बावजूद BCCI के नए नियम ने उन्हें नाराज कर दिया है। क्रिकेट एक मानसिक और शारीरिक खेल है, जहां खिलाड़ियों को मैदान के बाहर भी संतुलन बनाकर रखना पड़ता है। कोहली का मानना है कि परिवार की गैरमौजूदगी से खिलाड़ियों को अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ सकता हैं। 

उन्होंने कहा, "जब खिलाड़ी मैदान पर संघर्ष कर रहे होते हैं, तब उनके परिवार का साथ होना बहुत जरूरी होता है। लेकिन अगर परिवार को उनसे दूर रखा जाता है, तो यह खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।" कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी के इस बयान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI इस नियम पर पुनर्विचार करता है या नहीं। 

Leave a comment
 

We use cookies to personalise content and ads, and to analyse our traffic. We also share information about your use of our site with Google Ads and Google Analytics.

OKPrivacy Policy