भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस बार भी टीम इंडिया ने दमदार खेल दिखाते हुए स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार (8 अगस्त) को दमदार मुकाबले में स्पेन को हराकर पेरिस ओलंपिक-2024 में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया हैं। बता दें यह मुकाबला तीसरे स्थान के लिए खेला गया था। इससे पाहे टोक्यो ओलंपिक-2020 में भी भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारत का हॉकी में यह लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल है और इस साल भारत का ओलंपिक खेलों में चौथा ब्रॉन्ज मेडल हैं। भारतीय टीम अपने स्टार गोलकीपर पीआर श्रीजेश को ओलंपिक मेडल के साथ विदाई दी हैं। बता दें भारत ने इससे पहले 1968, 1972 और 2020 में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था।
दोनों ही टीमों ने शुरुआत से ही किया अटैक
बता दें भारत और स्पेन हॉकी टीम ने पहले क्वार्टर में अटैक करने की रणनीति के साथ उतरे और वैसा ही किया। इस मैच में टीम इंडिया के पास अमित रोहिदास भी थे, जिनकी सेमीफाइनल में काफी खली थी। लेकिन इस बार अमित ने शानदार खेल दिखाते हुए पहले क्वार्टर में डिफेंस को मजबूत बनाया। लेकिन पहले क्वार्टर में दोनों ही टीमें गोल करने से चूक गई।
दूसरा क्वार्टर रहा स्पेन के नाम
दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों की अटैकिंग एप्रोच निरंतर चल रही थी और स्पेन को 17वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला। जिसे मार्क मिरालेस ने गोल में बदल स्पेन को 1-0 की बढ़त दिला दी। उसके बाद 20वें मिनट में भी स्पेन को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम गोल करने से चूक गई. इस क्वार्टर के आखिरी दो मिनट में स्पेन खिलाड़ियों ने श्रीजेश की तगड़ी परीक्षा ली, जिसमें वह सफल रहे और दो मौकों पर स्पेन के गोल को रोक लिया। उसके बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वह इसे गोल में बदल नहीं सकें। आखिरी मिनट में भारत ने पेनल्टी कॉर्नर का मौका उठाया और हरमनप्रीत ने गोल दाग कर स्कोर बराबर कर दिया।
तीसरा क्वार्टर भारत के नाम
भारत ने तीसरा क्वार्टर शुरू होते ही बढ़त लेने में ज्यादा समय नहीं बिताया और 33वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को हरमनप्रीत ने गोल में तब्दील कर दिया। उसके बाद भारत को 35वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार कप्तान गोल करने में असफल रहे। उसी दौरान अभिषेक को ग्रीन कार्ड भी दिया गया। बता दें 40वें मिनट में स्पेन को एक बार फिर से पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर गोल भी हो गया, लेकिन मैच रेफरी ने इसे अयोग्य करार दिया। आखिरी मिनटों में भारत के पास अपनी बढ़त को दोगुना करने और स्पेन के पास बराबरी के कई मौके आए लेकिन दोनों ही टीमें चूक गईं।
चौथा क्वार्टर रहा बहुत रोमांचक
भारत के खिलाफ 2-1 से पिछड़ने के बाद बराबरी के लिए लड़ रही स्पेन ने चौथे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया, लेकिन गोल करने में असफल रहे। उसके बाद भारत ने फील्ड गोल करने की कोशिश की। लेकिन गेंद को बाहर की तरफ मार बैठे। मैच के आखिरी मिनटों में स्पेन ने दमदार खेल दिखाया और भारत के खिलाडियों को गेंद से दूर रखा। लेकिन भारत के डिफेंस ने दम दिखते हुए गोल नहीं होने दिया। आखिरी एक मिनट में स्पेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन श्रीजेश ने सफलतापूर्वक इसे बचा लिया और एक बार फिर भारत ब्रॉन्ज मेडल का हकदार बन गया।