गूगल में 2024 के अंत में एक और बड़े संगठनात्मक बदलाव का असर देखने को मिला है। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने यह घोषणा की कि गूगल अपने वर्कफोर्स का 10 प्रतिशत घटाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य परिचालन दक्षता में सुधार करना है। पिचाई ने कहा कि यह निर्णय संगठनात्मक पुनर्गठन का हिस्सा है और इससे उत्पादकता में वृद्धि की उम्मीद है।
छंटनी का यह दौर मुख्य रूप से मैनेजमेंट रोल्स में किया जा रहा है। पिचाई ने इस फैसले की जानकारी कंपनी की मीटिंग में दी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कदम गूगल के समग्र प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
गूगल ने पहले भी जनवरी 2023 में 6 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया था। इस बार, कंपनी ने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है। गूगल पिछले दो वर्षों से दक्षता में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, और सितंबर 2022 में पिचाई ने कंपनी को 20 प्रतिशत अधिक कुशल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
इन बदलावों के साथ, गूगल स्वचालन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में निवेश कर अपने संचालन को अधिक प्रभावी बनाने के उपायों पर भी काम कर रहा है।
Google's Restructuring
गूगल द्वारा हाल ही में किए गए रीस्ट्रक्चरिंग से अन्य तकनीकी कंपनियों को भी दिशा मिल रही है। जहां गूगल अपनी वर्कफोर्स में 10 प्रतिशत की कटौती करने जा रहा है, वहीं अमेजन ने भी अपने मैनेजमेंट लेयर्स को संकुचित करने पर जोर दिया है। अमेजन का उद्देश्य है कि व्यक्तिगत योगदानकर्ताओं को ज्यादा स्वतंत्रता मिले और निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज हो, ताकि कंपनी अधिक कुशल और प्रतिस्पर्धी बन सके।
इन बदलावों का मुख्य मकसद नवाचार को बढ़ावा देना और कंपनियों को तेजी से तकनीकी प्रगति के लिए अनुकूलित करना है। यह रणनीतियां तकनीकी क्षेत्र में व्यापक रूप से अपनाई जा रही हैं, जिनका लक्ष्य कंपनियों को अधिक प्रभावी और प्रतिस्पर्धी बनाना है।