टेक जगत में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, जहां Google ने अपने मशहूर Pixel स्मार्टफोन के लिए Samsung से अपनी साझेदारी खत्म कर दी है। इसके बाद Google ने ताइवान की सेमीकंडक्टर कंपनी TSMC के साथ एक लंबी अवधि के लिए चिप निर्माण की डील साइन की है।
Technology: Google ने अपने Pixel स्मार्टफोन के लिए Samsung से साझेदारी समाप्त कर दी है। अब कंपनी अपने आने वाले Pixel स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए Samsung की जगह नई कंपनी Tensor प्रोसेसर बनाएगी। Samsung ने अब तक चार Tensor G सीरीज के प्रोसेसर बनाए हैं और 2020 से Pixel स्मार्टफोन के लिए प्रोसेसर का निर्माण कर रही थी।
Google ने Pixel 6 सीरीज में पहली बार Samsung के Tensor G1 प्रोसेसर का उपयोग किया था, और इसके बाद Pixel 9 सीरीज तक सभी Pixel डिवाइसेज में Samsung के Tensor G सीरीज प्रोसेसर ही लगे। अब यह परंपरा खत्म हो गई है और Google नए Tensor प्रोसेसर के साथ आगे बढ़ेगा।
Samsung से TSMC की ओर बड़ा कदम
Google ने 2020 से Samsung के साथ मिलकर अपने Pixel स्मार्टफोन के लिए Tensor G प्रोसेसर बनवाए हैं। Pixel 6 सीरीज के साथ Google ने पहली बार Samsung की बनाई Tensor G1 चिप का इस्तेमाल किया था, और तब से लेकर Pixel 9 सीरीज तक सभी Pixel फोन में Samsung द्वारा निर्मित Tensor चिप्स का ही उपयोग होता रहा। लेकिन अब Google ने इस साझेदारी को खत्म कर TSMC के साथ नया करार किया है।
TSMC के साथ यह करार 2029 तक के लिए है, जिसमें 3 से 5 साल की अवधि के लिए प्रोसेसर बनाने का अनुबंध शामिल है, जिसे भविष्य में और बढ़ाया भी जा सकता है। यह कदम Google की तकनीकी रणनीति में महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करता है।
Pixel 10 सीरीज में पहली बार TSMC का 3nm चिप
Google की अपकमिंग Pixel 10 सीरीज के सभी मॉडल्स – Pixel 10, Pixel 10 Pro, Pixel 10 Pro XL और Pixel 10 Pro Fold – में TSMC के 3nm प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी पर आधारित Tensor G5 प्रोसेसर का इस्तेमाल होगा। यह चिप न केवल प्रदर्शन में सुधार करेगी, बल्कि बैटरी एफिशिएंसी और कूलिंग तकनीक के मामले में भी बेहतर होगी। साथ ही, Pixel 10a में भी इसी प्रोसेसर के इस्तेमाल की संभावना है, जिससे Google की पूरी Pixel लाइनअप में नए टेक्नोलॉजी का समावेश होगा।
Tensor G5 प्रोसेसर में क्या है नया?
Tensor G5 चिप में कई तकनीकी उन्नतियां की गई हैं, जो इसे पिछले मॉडल्स से कहीं बेहतर बनाती हैं। इसमें ऑल्वेज-ऑन कम्यूट (AoC) ऑडियो प्रोसेसर जोड़ा गया है, जो बेहतर आवाज पहचान और कम ऊर्जा खपत में मदद करेगा। इसके साथ ही TPU (Tensor Processing Unit) चिप, IC डिजाइन में सुधार, और लिक्विड कूलिंग सिस्टम जैसे हार्डवेयर अपग्रेड भी शामिल हैं।
ये नई तकनीकें Pixel फोन को तेज, अधिक सक्षम और ऊर्जा-कुशल बनाएंगी। इसके अलावा, TSMC के 3nm प्रोसेसिंग नैनोमीटर तकनीक की मदद से चिप का आकार छोटा और प्रदर्शन बेहतर होगा, जो Google को Apple जैसे अन्य बड़े ब्रांड्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेगा।
TSMC का वैश्विक प्रभाव
TSMC विश्व की अग्रणी चिप निर्माता कंपनी है, जो Apple के iPhone समेत कई प्रमुख ब्रांड्स के प्रीमियम स्मार्टफोन के लिए चिप बनाती है। Google ने ताइवान की सेमीकंडक्टर कंपनी TSMC (Taiwan Semiconductor Manufacturing Company) के साथ एक लंबी अवधि के लिए चिप निर्माण की डील साइन की है।
Google का Samsung को छोड़कर TSMC के साथ यह गठजोड़ दर्शाता है कि कंपनी अब और उन्नत, विश्वसनीय और आधुनिक तकनीक वाली चिप्स पर जोर देना चाहती है। TSMC की अत्याधुनिक फैब्रिकेशन क्षमता और अत्यधिक कुशल उत्पादन प्रणाली के कारण यह साझेदारी Google के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है। यह Google को तकनीकी तौर पर और अधिक स्वतंत्रता भी दे सकती है, जिससे वह अपने Tensor प्रोसेसर को और बेहतर बनाने में सक्षम होगा।
Samsung के लिए बड़ा झटका
Samsung के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि उसने पिछले चार सालों से Pixel स्मार्टफोन के लिए Tensor G सीरीज चिप्स का निर्माण किया। Google की यह रणनीतिक बदलाव Samsung के चिप निर्माण विभाग पर असर डाल सकता है। हालांकि, Samsung अन्य क्षेत्रों में अपनी तकनीकी और स्मार्टफोन मार्केट में अपनी पकड़ बनाए हुए है, लेकिन Google के साथ यह साझेदारी खत्म होना निश्चित रूप से एक बड़ा नुकसान माना जाएगा।
Google की टेक्नोलॉजी रणनीति में बदलाव
Google ने हाल ही में TSMC का दौरा किया था, जिससे यह साफ हो गया कि वह अपने Tensor प्रोसेसर के निर्माण को लेकर गंभीर है। यह कदम Google की टेक्नोलॉजी पर निर्भरता को कम करने और अधिक उन्नत तकनीक अपनाने की रणनीति को दर्शाता है। इस कदम से Google अपने स्मार्टफोन हार्डवेयर के विकास में ज्यादा नियंत्रण हासिल करेगा, जो कंपनी को अपने उत्पादों को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा। साथ ही, इससे Google को Apple, Samsung और Qualcomm जैसे दिग्गजों के साथ सीधे मुकाबला करने की ताकत मिलेगी।