1992 में शुरू हुई कंपनी का IPO, क्या निवेशकों के लिए अच्छा मौका? चेक करें डिटेल्स 

1992 में शुरू हुई कंपनी का IPO, क्या निवेशकों के लिए अच्छा मौका? चेक करें डिटेल्स 
Last Updated: 2 दिन पहले

डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया लिमिटेड ₹5,000 करोड़ का आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ₹1,500 करोड़ के नए शेयर जारी करेगी और ₹3,500 करोड़ की हिस्सेदारी बेचेगी।

IPO: स्पेशलिटी केमिकल्स क्षेत्र में प्रमुख नाम बन चुकी डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया लिमिटेड अब आईपीओ (Initial Public Offering) के जरिए पूंजी बाजार में कदम रखने जा रही है। कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास जरूरी दस्तावेज़ जमा कर दिए हैं, जिससे आईपीओ की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत कंपनी ₹1,500 करोड़ के नए शेयर जारी करेगी, जबकि प्रमोटर मेनन फैमिली होल्डिंग्स ट्रस्ट ₹3,500 करोड़ की अपनी हिस्सेदारी बेचेगा।

आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग

कंपनी इस धन का उपयोग कर्ज चुकाने और सामान्य खर्चों के लिए करेगी। करीब ₹82.90 करोड़ का इस्तेमाल डॉर्फ-केटल के कर्ज चुकाने में किया जाएगा, जबकि ₹33.30 करोड़ डॉर्फ-केटल केमिकल्स FZE की उधारी चुकाने में लगाए जाएंगे।

स्पेशलिटी केमिकल्स की दुनिया में डॉर्फ-केटल की प्रमुखता

1992 में स्थापित डॉर्फ-केटल केमिकल्स एक रिसर्च-ड्रिवन कंपनी है, जो तेल और गैस, रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल जैसे क्षेत्रों के लिए स्पेशलिटी केमिकल्स बनाती है। कंपनी का ग्राहक बेस भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी सेवाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैली हुई हैं। अक्टूबर 2024 तक, डॉर्फ-केटल के 1,322 ग्राहक थे, जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, पेट्रोनास, इंडियन ऑयल, पीपीजी इंडस्ट्रीज, क्लेरिएंट और वेदांता जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।

ग्लोबल नेटवर्क और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स

कंपनी का ग्लोबल नेटवर्क काफी मजबूत है, इसके 16 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स चार देशों में फैले हुए हैं। भारत में आठ, ब्राजील में दो, अमेरिका में तीन और कनाडा में तीन प्लांट्स ऑपरेशनल हैं। इसके अलावा, डॉर्फ-केटल के पास कुल 542 पेटेंट्स हैं, जो इसे इनोवेशन के मामले में खास बनाते हैं।

हालिया अधिग्रहण और वित्तीय प्रदर्शन

डॉर्फ-केटल ने हाल के वर्षों में कई अहम अधिग्रहण किए हैं, जिनसे इसकी पहुंच और कारोबार दोनों बढ़े हैं। जून 2024 में इसने टेक्सास की इंपैक्ट फ्लूइड सॉल्यूशंस को खरीदा, जबकि 2023 में फ्लूइड एनर्जी ग्रुप और क्लेरिएंट का नॉर्थ अमेरिकन लैंड ऑयल बिजनेस इसके खाते में जुड़ा। 2022 में इसने ख्याति केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया।

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी शानदार रहा है, वित्त वर्ष 2022 से 2024 के बीच इसका मुनाफा 50% की दर से बढ़ा और ₹60.20 करोड़ तक पहुंच गया। इसी अवधि में, कंपनी की आय 45% की रफ्तार से बढ़कर ₹548 करोड़ हो गई।

आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर

इस आईपीओ के लिए कई बड़े नाम जैसे JM फाइनेंशियल, सिटीग्रुप, HSBC सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स को बुक-रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।

निवेशकों के बीच चर्चा का विषय

डॉर्फ-केटल के आईपीओ के बारे में अभी से निवेशकों के बीच चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी के इस आईपीओ के साथ बाजार में कितना हिट होती है, लेकिन इसके प्रति उत्साह पहले से ही काफी दिखाई दे रहा है।

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