बुढ़ापे की चिंता खत्म: रिटायरमेंट के लिए इस आसान फॉर्मूले से बनाएं फंड, जानें पूरी जानकारी

बुढ़ापे की चिंता खत्म: रिटायरमेंट के लिए इस आसान फॉर्मूले से बनाएं फंड, जानें पूरी जानकारी
Last Updated: 19 अक्टूबर 2024

रिटायरमेंट के लिए बड़ा फंड बनाना हर किसी की चाहत होती है, लेकिन इसके लिए सही योजना बनाना जरूरी है। अपनी तीस साल की उम्र से ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए आपको स्मार्ट तरीके से बचत और निवेश करने की आवश्यकता है, ताकि लंबी अवधि में एक मजबूत फंड तैयार कर सकें। आइए जानते हैं कि आप अपने रिटायरमेंट को कैसे योजनाबद्ध कर सकते हैं।

नई दिल्ली: महंगाई और वित्तीय अनिश्चितता लगातार बढ़ती जा रही है, और उम्र के साथ इन जोखिमों में इजाफा होता है। बुजुर्ग अवस्था में सेहत से जुड़ी समस्याएं भी आम हो जाती हैं। अगर आपने रिटायरमेंट के लिए योजना नहीं बनाई है, तो आपको भविष्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

यहां कुछ उपयोगी टिप्स दिए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आप अपने रिटायरमेंट को बेहतर बना सकते हैं, ताकि आपको बुढ़ापे में किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता पड़े।

रिटायरमेंट की योजना कब बनानी है?

रिटायरमेंट प्लानिंग के दौरान आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। आप अपनी इच्छित रिटायरमेंट उम्र निर्धारित कर सकते हैं या फिर शेष कार्यकाल के आधार पर योजना बना सकते हैं।

यदि आपकी रिटायरमेंट में कम समय है, तो आपको अधिक बचत करने की आवश्यकता होगी ताकि जल्दी से रिटायरमेंट के लिए आवश्यक फंड तैयार हो सके। इसके साथ ही, गैर-जरूरी खर्चों पर नियंत्रण भी जरूरी है।

रिटायरमेंट फंड तैयार करने के तरीके

रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत में, सबसे पहले आपको अपने सभी खर्चों का विस्तृत हिसाब लगाना होगा। यदि आपके ऊपर कोई कर्ज है, तो उसे जल्दी चुकाने का प्रयास करें। इसके बाद, जरूरी खर्चों को ध्यान में रखते हुए बचत का एक ठोस प्लान बनाएं।

ध्यान रखें, रिटायरमेंट के लिए केवल एकमुश्त राशि बचाना आवश्यक नहीं है। छोटी-छोटी बचतों के माध्यम से भी आप एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हुए नियमित रूप से निवेश करना होगा। इस प्रक्रिया में स्थिरता और समर्पण बेहद महत्वपूर्ण हैं।

रिटायरमेंट के लिए निवेश के सर्वोत्तम विकल्प

रिटायरमेंट के लिए आपको अलग-अलग निवेश स्कीमों का चयन करना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका फंड सुरक्षित रहे, रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखना आवश्यक है। इसका मतलब है कि अपनी सारी बचत किसी एक स्कीम में नहीं लगानी चाहिए।

आप कुछ हिस्सेदारी शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं, जबकि अन्य राशि को एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) या डेट फंड में डाल सकते हैं। गोल्ड बॉन्ड भी एक आकर्षक विकल्प हो सकता है।

ये योजनाएं हो सकती हैं बेहतरीन विकल्प

आप म्यूचुअल फंड में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार फंड हाउस और स्कीम का चयन कर सकते हैं।

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) भी एक अच्छी विकल्प है, जो भारत सरकार द्वारा संचालित है। इसमें निवेश किए गए पैसे की मैच्योरिटी 60 साल में होती है।

अटल पेंशन योजना भी एक अच्छा विकल्प है, लेकिन ध्यान रखें कि आपकी कमाई इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आनी चाहिए। इस योजना में निवेश की आयु सीमा 18 से 40 साल तक है।

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