Columbus

शेयर बाजार में सुधार के बाद आईपीओ और एनएफओ की बाढ़, निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

🎧 Listen in Audio
0:00

भारतीय शेयर बाजार में हालिया गिरावट के बाद अब सुधार का दौर शुरू हो चुका है, जिससे निवेशकों में उम्मीद की लहर दौड़ पड़ी है। बाजार में आई तेजी का सीधा असर म्यूचुअल फंड और आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम) पर पड़ रहा है।

Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में हुई गिरावट के बाद सुधार का दौर शुरू हो गया है, जिससे निवेशकों में उम्मीद की लहर दौड़ पड़ी है। बाजार में आई तेजी का सीधा असर म्यूचुअल फंड और आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम) पर पड़ रहा है। जहां एक ओर कंपनियां आईपीओ लाने की तैयारी में जुटी हैं, वहीं म्यूचुअल फंड कंपनियां भी नए फंड ऑफर (एनएफओ) लॉन्च करने के लिए तैयार हैं। यह स्थिति उन निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकती है, जो बाजार में सुधार के समय निवेश करने का अवसर देख रहे थे।

अक्तूबर से चल रही गिरावट अब थमी

2023 के अक्तूबर से शेयर बाजार में आई गिरावट ने निवेशकों को काफी नुकसान पहुंचाया था। महंगाई और वैश्विक तनाव जैसे कारणों से बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। लेकिन अब धीरे-धीरे वह गिरावट थमने लगी है, और बाजार में सुधार की दिशा में बदलाव देखा जा रहा है। बीएसई सेंसेक्स, जो पहले 60,000 के आस-पास था, अब 80,000 के पार पहुंच गया है। इस तेजी से निवेशकों को आंशिक रूप से घाटे की भरपाई करने का मौका मिल रहा है।

आईपीओ और एनएफओ की ओर बढ़ रहा निवेश का रुझान

म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए बाजार में सुधार का मतलब है निवेशकों का बढ़ता विश्वास और उन्हें नए फंड ऑफर (एनएफओ) लॉन्च करने का अवसर मिलना। अप्रैल में ही 12 म्यूचुअल फंड कंपनियों ने नए एनएफओ लॉन्च किए हैं। इनमें एसबीआई, कोटक, बजाज और एडलवाइस जैसे प्रमुख फंड हाउस शामिल हैं। इसके अलावा, 66 कंपनियां वर्तमान में एनएफओ लॉन्च करने की तैयारी में हैं और उन्होंने इस संबंध में सेबी के पास मसौदा भी जमा कर दिया है।

नवीनतम रुझानों को देखते हुए, म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए यह एक सुनहरा मौका है। खासकर, निप्पॉन इंडिया जैसे फंड हाउस ने दो नए पैसिव फंड लॉन्च किए हैं, जिनमें एक निफ्टी 500 लो वोलैटिलिटी-50 इंडेक्स और दूसरा निफ्टी-500 क्वालिटी-50 इंडेक्स फंड है। ये दोनों फंड 30 अप्रैल तक खुला रहेगा। पैसिव फंड्स में निवेशकों को कम खर्च अनुपात और एक इंडेक्स को ट्रैक करने का लाभ मिलता है।

कम अस्थिर शेयरों में निवेश की सलाह

विश्लेषकों का मानना है कि इस समय निवेशकों को कम अस्थिरता वाले शेयरों में निवेश करना चाहिए। बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इन शेयरों में निवेश करना लाभकारी हो सकता है क्योंकि इससे जोखिम कम होता है और अच्छे रिटर्न की संभावना बनी रहती है। निप्पॉन इंडिया के पैसिव फंड्स एक फैक्टर इन्वेस्टिंग दृष्टिकोण का पालन करते हैं, जो उन्हें मौजूदा अस्थिर बाजारों में बचाव के रूप में प्रस्तुत करते हैं।

इन फंड्स के तहत, निवेशकों को विविधीकरण का भी लाभ मिलता है, क्योंकि ये फंड एक ही यूनिट से कई कंपनियों में निवेश करते हैं। विशेष रूप से निफ्टी 500 लो वोलैटिलिटी-50 इंडेक्स फंड, निफ्टी 500 इंडेक्स में से 50 कंपनियों में निवेश करता है जो कम वोलैटिलिटी वाले होते हैं। यह फंड एक वर्ष की पिछली कीमतों का उपयोग कर कंपनियों का चयन करता है, जिससे निवेशकों को उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश का अवसर मिलता है।

निवेशकों के लिए शुभ संकेत

बाजार में सुधार के बाद, निवेशकों के लिए अच्छा समय है। चाहे वो आईपीओ हो या एनएफओ, दोनों के जरिए निवेशकों के पास अच्छा लाभ कमाने का मौका है। इस समय निवेश करने से, विशेष रूप से कम वोलैटिलिटी वाले फंड्स में, निवेशकों को बेहतर रिटर्न की संभावना हो सकती है। यही कारण है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां और आईपीओ लाने वाली कंपनियां दोनों ही बाजार में नए अवसरों की तलाश कर रही हैं।

अगले कुछ महीनों में और कंपनियां बाजार में उतरने की तैयारी कर रही हैं। इस समय शेयर बाजार में सुधार का रुख निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो बाजार के उतार-चढ़ाव से बचते हुए दीर्घकालिक निवेश के अवसरों की तलाश में हैं।

Leave a comment