भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों ही प्रमुख सूचकांक शुरुआती कारोबार में ही गहरे लाल निशान में चले गए।
बिजनेस न्यूज़: भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों ही प्रमुख सूचकांक शुरुआती कारोबार में ही गहरे लाल निशान में चले गए। सुबह के कारोबार में ही निफ्टी 50 ने 22,433 के स्तर पर खुलने के बाद 22,120 का निचला स्तर छू लिया, जबकि सेंसेक्स 74,201 के स्तर से गिरकर 73,173 तक पहुंच गया। बाजार में यह गिरावट लगभग 1,400 अंकों की रही, जिससे निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए।
बाजार में चारों तरफ बिकवाली का माहौल
इस गिरावट का असर सिर्फ प्रमुख सूचकांकों तक सीमित नहीं रहा। बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 3.40% और बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में करीब 3% की गिरावट देखने को मिली। पतंजलि फूड्स, ग्रेन्यूल्स इंडिया, आदित्य बिड़ला रियल एस्टेट, दीपक फर्टिलाइजर्स और रेडिंगटन जैसी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। हालांकि, कुछ शेयरों में खरीदारी भी देखने को मिली, जिसमें केईआई इंडस्ट्रीज, स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस, पॉलीकैब इंडिया, आईईएक्स, आरआर केबल और कोल इंडिया शामिल रहे।
तीन बड़ी वजहें, जिनसे बाजार हुआ धड़ाम
1. जीडीपी डेटा को लेकर अनिश्चितता
शुक्रवार शाम को दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी किए जाने हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि इस तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था फिर से गति पकड़ सकती है, लेकिन कमजोर आर्थिक विकास दर और विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है।
2. विदेशी निवेशकों की जबरदस्त बिकवाली
NSDL के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय शेयर बाजार से 1,13,721 करोड़ रुपये निकाले हैं। सिर्फ फरवरी में ही FII ने 47,349 करोड़ रुपये की बिकवाली की है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 52,544 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
3. आईटी शेयरों पर दबाव
अमेरिकी बाजारों में टेक शेयरों की कमजोरी का असर भारतीय आईटी सेक्टर पर भी दिखा। NVIDIA के कमजोर नतीजों के बाद AI सेक्टर से जुड़े शेयरों में गिरावट आई, जिससे भारतीय आईटी कंपनियों पर भी दबाव पड़ा। निफ्टी आईटी इंडेक्स 3.2% तक गिर गया, जबकि टेक महिंद्रा, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स और एम्फैसिस जैसी कंपनियों के शेयर 4.5% तक टूट गए।
वैश्विक घटनाओं का भी असर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कनाडा और मैक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 4 मार्च से लागू होगा। साथ ही, चीन और यूरोपीय संघ से आने वाले उत्पादों पर भी टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया गया है। इन फैसलों का असर वैश्विक बाजारों पर भी पड़ा और इसका सीधा प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला।