चांदी की कीमतें पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही हैं और अब 1 लाख रुपये प्रति किलो के करीब पहुंच गई हैं। मंगलवार को ही चांदी की कीमत में 5000 रुपये की तेजी देखने को मिली। यह तेजी कई कारणों से आ रही है। इनमें ग्लोबल मांग में बढ़ोतरी, उत्पादन में कमी, और अन्य धातुओं की कीमतों में बढ़ोतरी शामिल हैं।
New Delhi: पिछले कुछ समय से चांदी के दामों में तेजी देखने को मिल रही है, जो कि लखटकिया बनने के बहुत करीब है। मंगलवार को चांदी की कीमतों में 5000 रुपये का बड़ा उछाल आया और यह 99,500 रुपये प्रति किलो (आज का चांदी का भाव) के स्तर तक पहुँच गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024 में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कमी की थी, जिसके चलते सोने और चांदी की कीमतों (सोना-चांदी की कीमत का अपडेट) में कुछ गिरावट आई थी। लेकिन अब, दोनों कीमती धातुओं के दाम आसमान छू रहे हैं।
चांदी के भाव में तेजी के कारण क्या हैं?
कमोडिटी मार्केट के विशेषज्ञों के अनुसार, औद्योगिक मांग में वृद्धि के कारण चांदी की कीमतों में काफी उछाल आया है। इसके साथ ही, सोने के भाव में तेज वृद्धि का भी चांदी को लाभ मिल रहा है। नई पीढ़ी के बीच चांदी के गहनों के पहनने का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है। इस प्रकार, चांदी की कीमतों में तेजी का रुख मजबूत नजर आ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखते रहेंगे, जिससे आने वाले सत्रों में चांदी को अच्छा समर्थन मिलेगा।
कहां चांदी का उपयोग होता है?
सोने और चांदी का नाम अक्सर एक साथ लिया जाता है, लेकिन दोनों का उपयोग काफी भिन्न है। सोने की पहचान आमतौर पर गहनों, निवेश और मुद्रास्फीति के खिलाफ सुरक्षा के रूप में होती है। इसके विपरीत, चांदी का मुख्य उपयोग अधिकांशतः औद्योगिक क्षेत्र में किया जाता है।
सोने की तुलना में चांदी कम दुर्लभ है और इसका व्यापक उपयोग उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में होता है। चांदी इलेक्ट्रिक स्विच, सौर पैनलों और RFID चिप्स का एक अनिवार्य हिस्सा है। वास्तव में, चांदी का उपयोग लगभग सभी कंप्यूटर, मोबाइल फोन, ऑटोमोबाइल और अन्य उपकरणों में किया जाता है।
चांदी की बढ़ी मांग
चांदी की माँग में इन दिनों तेज़ी देखने को मिल रही है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें औद्योगिक इस्तेमाल के साथ-साथ गहनों के लिए भी माँग में बढ़ोतरी शामिल है। युवा पीढ़ी चांदी से बने गहनों को खूब पसंद कर रही है, खासकर हाथ, गले और पैरों में पहने जाने वाली ज्वैलरी। इसके अलावा, सरकार रिन्यूएबल एनर्जी पर ज़ोर दे रही है। चांदी सोलर पैनल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे इसकी माँग में और भी इज़ाफ़ा हुआ है।
एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले समय में चांदी के दामों में लगातार तेज़ी आएगी। चांदी का फोटोवोल्टिक्स (पीवी) में इस्तेमाल दुनिया भर में बढ़ रहा है। यह तकनीक सूरज की रोशनी को सीधे बिजली में बदलती है। यह एक बड़ा संकेत है कि चांदी की माँग बनी रहेगी और इसकी कीमतों में उछाल आएगा।