अम्बे जी की आरती
अम्बे तू है जगदम्बे काली
अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली।
तेरे ही गुण गाएँ भारती,
ओ मइया हम सब उतारे ताली॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली...
तू ही है माँ, तू ही है माता,
तू ही है माँ अनथों की भ्राता।
पुत्रों को तेरा ही आसरा,
ओ मइया हम सब उतारे ताली॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली...
तूने ही तो जगत बनाया,
जग से तू ही नाता निभाया।
हर संकट से तूने बचाया,
ओ मइया हम सब उतारे ताली॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली...
धरती अम्बर तेरा गुण गाएँ,
हर कोई तेरे गुण गुनाएँ।
माँ तेरे चरणों में सर झुकाएँ,
ओ मइया हम सब उतारे ताली॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली...