श्री बालाजी की आरती: भक्ति, समर्पण और अनंत कृपा का स्तोत्र

श्री बालाजी की आरती: भक्ति, समर्पण और अनंत कृपा का स्तोत्र
Last Updated: 21 सितंबर 2024

श्री बालाजी की आरती

ॐ जय हनुमान्त वीर

ॐ जय हनुमान्त वीर, स्वामी जय हनुमान्त वीर।

कष्टों को हरने वाला, दुष्टों को मारने वाला॥

ॐ जय हनुमान्त वीर...

श्री गुरु चरणों में रहकर, भक्ति का पाठ पढ़ाया।

रामचन्द्र के कामों को, तुमने सहज बनाया॥

 ॐ जय हनुमान्त वीर...

 

लखन लाल के संकट में, तुम ही काम आये।

श्री रघुनाथ के दूत, तुम ही कहलाए॥

 

ॐ जय हनुमान्त वीर...

बाला जी के नाम से, सब संकट हरते हो।

जो कोई भी मन से ध्याए, मनोरथ पाते हो॥

 

ॐ जय हनुमान्त वीर...

भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे।

नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा॥

 

ॐ जय हनुमान्त वीर...

संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलवीरा।

जै जै जै हनुमान कन्हाई, कृपा करो गुरुदेव की नाई॥

ॐ जय हनुमान्त वीर...

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