श्री बालाजी की आरती
ॐ जय हनुमान्त वीर
ॐ जय हनुमान्त वीर, स्वामी जय हनुमान्त वीर।
कष्टों को हरने वाला, दुष्टों को मारने वाला॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...
श्री गुरु चरणों में रहकर, भक्ति का पाठ पढ़ाया।
रामचन्द्र के कामों को, तुमने सहज बनाया॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...
लखन लाल के संकट में, तुम ही काम आये।
श्री रघुनाथ के दूत, तुम ही कहलाए॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...
बाला जी के नाम से, सब संकट हरते हो।
जो कोई भी मन से ध्याए, मनोरथ पाते हो॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...
भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे।
नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलवीरा।
जै जै जै हनुमान कन्हाई, कृपा करो गुरुदेव की नाई॥
ॐ जय हनुमान्त वीर...