रविवार आरती: सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए करें यह आरती, घर में आएगी खुशहाली

रविवार आरती: सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए करें यह आरती, घर में आएगी खुशहाली
Last Updated: 24 नवंबर 2024

रविवार का दिन विशेष रूप से सूर्य देव को समर्पित होता है। हिंदू धर्म में सूर्य देव को एकमात्र ऐसे देवता माना जाता है जो साक्षात दर्शन देते हैं। उनके दर्शन से जीवन में सकारात्मक बदलाव और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।

वहीं, सूर्य देव की उपासना से केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक और आर्थिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है।

सूर्य देव को जल अर्पित करने का महत्व

हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि हर दिन सूर्य देव को जल अर्पित करना शुभ होता है, लेकिन रविवार के दिन सूर्य को जल अर्पित करने का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। यह दिन सूर्य देव की विशेष पूजा का है, और इस दिन सूर्य देव की आरती पढ़ने से घर में खुशहाली आती है। यदि आप सूर्य देव की पूजा के साथ इस दिन उनकी आरती का पाठ करते हैं, तो आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

सूर्य देव की नई आरती

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।

तुम हो सृष्टि के कर्ता, सब के दिलों के सच्चे रक्षक।

आलोकित करते हो धरती को, तुम हो त्रिगुण के अवतार।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

सारथी अरुण तुम्हारे, प्रभु तुम दिव्य कमल में।

चार भुजाओं से सुसज्जित, तुम्हारा तेज है अपार।

सात अश्वों से सजे तुम, करो सबको प्रकाशित।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

जब तुम ऊषाकाल में उदित होते, समस्त जगत को आलोकित करते हो।

तुम्हारे तेज से सब जागते हैं, तुम्हारी महिमा का बखान करते हैं।

सुर्य के कृपा से दुनिया सजीव होती है, हर दिशा में फैलता है उजाला।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

संध्या के समय जब तुम अस्ताचल जाते, गोधन घर वापस लौटते हैं।

गोधूलि में हर घर हर आंगन में, तुमसे जुड़े रहते हैं सभी।

तुम्हारी महिमा गाते सभी, तव गुणगान हर समय करते हैं।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

देव, दानव, मानव, और ऋषि मुनि, सब तुम्हें भजते हैं।

आदित्य हृदय में मंत्र जपते, तुम्हारी आराधना से होते हैं नवे जीवन के दर्शन।

तुम हो सर्वशक्तिमान, सबको जीवन देने वाले।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

तुम हो त्रिकाल के रचनाकार, जगत के आधार।

तुम ही हो ऊर्जा का स्रोत, प्राणों का संचारक।

सभी जीवों के प्राणों में बसा तुम्हारा तेज, ज्ञान और शक्ति का संचार।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

धरती, जल, आकाश, और वनस्पति, सबमें तुम हो समाहित।

सभी प्राणियों में तुम ही हो, जीवन के प्रदाता।

वेदों में बसी तुम्हारी महिमा, धर्म में तुम सर्वोपरि।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

दिशाएं पूजन करती हैं तुम्हारा, तुम हो सम्पूर्ण सृष्टि के पालक।

ऋतुएं तुम्हारी दासी हैं, तुम हो शाश्वत और अविनाशी।

तुम्हारी कृपा से हर कार्य होता है शुभ, तुम ही हो सबसे बड़े आशीर्वाददाता।

जय सूर्य देवता, जय हो दिन के राजा।।

।।ॐ जय सूर्य देवता..।।

सूर्य देव की आरती का प्रभाव

सूर्य देव की आरती करने से आपके जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। यह केवल मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन लाता है, बल्कि शरीर और मन को भी ताजगी प्रदान करता है। नियमित रूप से सूर्य देव की पूजा और आरती से घर में सुख-शांति बनी रहती है और पारिवारिक संबंध भी मजबूत होते हैं।

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह आरती सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है। सूर्य देव के आशीर्वाद से जीवन की सभी मुश्किलों को पार किया जा सकता है और हर कार्य में सफलता मिलती है।

रविवार के दिन सूर्य देव की आरती करने से केवल घर में सुख-समृद्धि आती है, बल्कि यह आपके जीवन को भी नया मोड़ देता है। इस आरती को अपने परिवार के साथ मिलकर पढ़ें और सूर्य देव से आशीर्वाद प्राप्त करें।

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