शिरडी वाले साईं बाबा के ऐसे है चमत्कार, जिसे सुनते ही हर कोई बन जाता है उनका भक्त , जाने सांई की महिमा विस्तार से

शिरडी वाले साईं बाबा के ऐसे है  चमत्कार, जिसे सुनते ही हर कोई बन जाता है उनका भक्त , जाने सांई की महिमा विस्तार से
Last Updated: 13 जुलाई 2024

शिरडी वाले साईं बाबा के अद्भुत चमत्कार, जिनसे हर कोई बन जाता है उनका भक्त भारत साधु-संतों और पीर-फकीरों का देश है। यहाँ के लोग संतों के प्रति बहुत ही आदर और सम्मान की भावना रखते हैं। कुछ ढोंगी संत इसका फायदा उठाते हैं, लेकिन कुछ सच्चे संत अपने भक्तों के सभी तरह के दु:ख-दर्द दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। ऐसे ही संतों में एक हैं शिर्डी के साईं बाबा। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित साईं भक्तों का पावन धाम, जहाँ जाने और साईं बाबा के दर्शन से मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यहाँ साईं बाबा का एक विशाल मंदिर है, जो विश्व के सबसे अमीर मंदिरों में से एक माना जाता है। यहां प्रतिदिन बड़ी राशि का चढ़ावा साईं के चरणों में समर्पित किया जाता है। साईं बाबा के इस पावन स्थान से कई चमत्कार जुड़े हैं, जिन्हें जानने के बाद हर कोई उनके दरबार में खिंचा चला आता है। यूं तो शिरडी के साईं बाबा से जुड़े सैकड़ों चमत्कार हैं, लेकिन आज हम उनके सात बड़े चमत्कारों के बारे में जानेंगे, जिनसे दुनिया भर में उनका नाम श्रद्धा और विश्वास के साथ लिया जाता है।

पानी से जलने लगे दिये कहा जाता है कि साईं बाबा प्रतिदिन मंदिर-मस्जिद में जाकर दीया जलाते थे। एक बार उन्हें कहीं से भी तेल नहीं मिला तो उन्होंने दीयों में पानी डाला और वह दीये जल पड़े। बाबा के चमत्कार से पानी के दीये भी जगमगा उठे।

सूखे कुएं में पानी बढ़ गया जब बाबा शिरडी पधारे थे, तब वहां पानी की बहुत कमी थी। कुएं सूख चुके थे। लोगों ने यह समस्या बाबा को बताई। बाबा ने अपने भक्तों को एक बूंद पानी अपनी हथेली पर रखने को कहा और फिर उसे कुएं में डालने को कहा। आश्चर्यजनक तरीके से वह बूंद फूल में बदल गई और कुएं का जल स्तर बढ़ गया।

जब बाबा की सांस बंद हो गई एक दिन बाबा ने म्हालसापति से कहा कि अगर मैं 3 दिन में वापस न आऊं तो मेरे शरीर को दफना देना। बाबा की सांसें बंद हो गईं और लोगों ने मान लिया कि बाबा का देहांत हो गया है। लेकिन म्हालसापति ने बाबा के शरीर की रक्षा की। 3 दिन बाद बाबा ने शरीर धारण किया और लोग हर्षोल्लास से भर गए।

जब थम गई बारिश एक बार शिरडी में राय बहादुर अपने परिवार के साथ बाबा के दर्शन करने आए। जब वे लौटने लगे तो तेज बारिश शुरू हो गई। उन्होंने बाबा से बारिश रोकने की प्रार्थना की। आश्चर्यजनक तरीके से बारिश रुक गई और वे सुरक्षित घर पहुंच गए।

जलती फसल की आग बुझाई कहा जाता है कि एक बार शिरडी में एक भक्त की फसल में आग लग गई। गांव के लोग आग बुझाने में असफल हो गए। बाबा ने हाथ में पानी लिया और एक बार में आग बुझा दी।

काली गाय का दूध साईं बाबा के गुरु ने उन्हें काली गाय का दूध लाने को कहा। बाबा ने गाय पर हाथ फेरकर उसके मालिक से कहा कि दुह कर देखो। गाय ने दूध दिया और बाबा उसे अपने गुरु के पास ले गए।

नीम पर लगे मीठे फल शिरडी में साईं बाबा एक नीम के पेड़ के नीचे योगासन करते थे। बाबा जब भिक्षा नहीं पाते थे तो नीम की कड़वी निबोलिया चबाते थे। कहा जाता है कि इस नीम के पेड़ के आधे भाग में कड़वी और आधे भाग में मीठी निबोलिया निकलती हैं।

 

बच्ची को डूबने से बचाया कहा जाता है कि एक बार एक तीन साल की बच्ची कुएं में गिर गई। लोग दौड़कर कुएं के पास पहुंचे तो किसी अज्ञात हाथों ने उसे थाम रखा था। जल्द ही लोगों ने उसे बाहर निकाल लिया। माना जाता है कि साईं की कृपा से वह बच्ची डूबने से बच गई।

नोट: यहाँ दी गई जानकारी धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत किया गया है।

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