आजकल बच्चे डोरेमोन, शिनचैन और ओगी एंड द कॉकरोचेस देखना पसंद करते हैं, लेकिन क्या बच्चों के लिए कार्टून देखना सही है? आजकल के ज़माने में बच्चे डोरेमोन, शिनचैन और ओगी एंड द कॉकरोचेस जैसे विदेशी कार्टून्स देखने में मशगूल रहते हैं। ये कार्टून्स बच्चों की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन क्या इन कार्टून्स को देखना बच्चों के लिए सचमुच सही है? यह सवाल कई माता-पिता के मन में आता है। आखिर ये कार्टून्स इतने लोकप्रिय कैसे हो गए? और इनका असली देश कौन सा है? आइए इस लेख में हम इन सवालों के जवाब ढूंढते हैं और जानते हैं कि ये विदेशी कार्टून्स बच्चों पर कैसा असर डालते हैं।
बच्चों के मनोरंजन का स्रोत भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है, ये दिन बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए सम्मानित करने और उनका स्वागत करने का दिन है। कार्टून देखना बच्चों को बहुत पसंद है। 1990 के दशक में टॉम एंड जेरी, जंगल बुक, टेलस्पिन, डोनल्ड डक, डकटेल्स, स्पाइडरमैन और बैटमैन जैसे कार्टून शो बहुत लोकप्रिय थे। लेकिन आजकल बच्चों में डोरेमोन, शिनचैन और ओगी एंड द कॉकरोचेस जैसे कार्टून शो का क्रेज है। ये कार्टून शो बच्चों के जीवन का हिस्सा बन गए हैं, तो आइए जानते हैं कि इन लोकप्रिय कार्टून का मूल देश कौन सा है?
डोरेमॉन
एक जादुई दोस्त की कहानी हम सबके बचपन में डोरेमोन कार्टून जरूर देखा होगा, जिसमें नोबिता अपने भविष्य से आए दोस्त डोरेमोन के साथ मिलकर तमाम परेशानियों को सुलझाता है। ये कार्टून सिर्फ़ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में भी बेहद लोकप्रिय है। डोरेमोन और नोबिता की कहानी का आधार जापान है। डोरेमोन एक प्यारा नीला बिल्ली रोबोट है जो नोबिता को कई अजीबोगरीब गैजेट्स देता है, जिससे वो कई परेशानियों से छुटकारा पाता है। डोरेमोन के गैजेट्स न सिर्फ़ मजेदार होते हैं, बल्कि वो नोबिता को खुद पर भरोसा करने और मुश्किलों का सामना करने के लिए प्रेरित भी करते हैं। इस कार्टून की लोकप्रियता का कारण इसकी सरल कहानियाँ, मजेदार किरदार और नैतिक शिक्षाएँ हैं। डोरेमोन और नोबिता की कहानी बच्चों को जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाती है जैसे दोस्ती का महत्व, मुश्किलों का सामना करने की हिम्मत और जीवन में सफलता पाने के लिए मेहनत करना। डोरेमोन न सिर्फ़ बच्चों का पसंदीदा कार्टून है, बल्कि यह बड़ों को भी मंत्रमुग्ध कर देता है। यह कार्टून हमें बचपन की यादें ताज़ा करता है और जीवन के कुछ अनमोल सबक सिखाता है।
शिन चैन
जापान का लोकप्रिय एनिमेटेड शो "शिन चैन" आज भी बच्चों के दिलों पर राज करता है। इसके मजेदार किरदारों और मनोरंजक कहानियों ने बच्चों को खूब हंसाया है। लेकिन जानते हैं क्या? शिन चैन का हिंदी डब वर्जन मूल कार्टून से भी ज़्यादा लोकप्रिय है! शिन चैन की हिंदी डबिंग ने इसे भारतीय बच्चों के बीच और भी खास बना दिया है। शिन चैन के शब्दों और हरकतों को हिंदी में सुनकर बच्चे और भी ज़्यादा जुड़ाव महसूस करते हैं। आज भी, शो के पुरानें एपिसोड्स टेलीविजन पर बार-बार दिखाए जाते हैं और बच्चे उन्हें देखकर खुश होते हैं। शिन चैन ने बच्चों को हंसी और मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के छोटे-छोटे सबक भी सिखाए हैं।
ऑगी ऐंड द कॉकरोचेस
एक कार्टून जो बच्चों का दिल जीतता है! इस सूची में "ऑगी ऐंड द कॉकरोचेस" का नाम भी शामिल है। यह एक फ्रांसीसी एनिमेटेड कार्टून है जिसका निर्माण प्रसिद्ध एनिमेटर और पटकथा लेखक, जीन-यवेस रैम बॉड ने किया था। आज भी बच्चे इस कार्टून को बड़े चाव से देखते हैं। ऑगी ऐंड द कॉकरोचेस की कहानी एक प्यारे बिल्ली के इर्द-गिर्द घूमती है, जो हमेशा अपनी शरारती कॉकरोच दोस्तों से परेशान रहता है। यह कार्टून बच्चों को हंसी-मजाक और मनोरंजन से भरपूर पल प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह बच्चों को जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्टून की लोकप्रियता का राज इसकी सरल कहानियों, जीवंत रंगों, और मज़ेदार पात्रों में छिपा है। ऑगी ऐंड द कॉकरोचेस एक ऐसा कार्टून है जो बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें सीखने का अवसर भी देता है।
टॉम और जेरी
आपने 'टॉम और जेरी' के बारे में तो सुना ही होगा, यह कार्टून लगभग हर बच्चे का पसंदीदा है। आज भी बच्चे इसे बड़ी उत्सुकता के साथ देखते हैं और इस कार्टून के हंसी-मजाक से खूब मजे लेते हैं। यह कार्टून अमेरिका से आया है और इसकी कहानी टॉम नाम की घरेलू बिल्ली के इर्द-गिर्द घूमती है। टॉम, जेरी नाम के चूहे को पकड़ने की लगातार कोशिश करता रहता है और इस चक्कर में तरह-तरह के मजेदार कारनामों में फंसता रहता है। टॉम और जेरी की जोड़ी बच्चों को खूब पसंद आती है क्योंकि ये कार्टून उन्हें बिना किसी डर के हंसी और मनोरंजन से भर देता है। टॉम और जेरी के कारनामों में ना केवल बच्चों को बल्कि बड़ों को भी बहुत मजा आता है। ये कार्टून न सिर्फ बच्चों के लिए बल्कि सभी उम्र के लोगों के लिए मनोरंजक है। इस कार्टून की सफलता इस बात का प्रमाण है कि अच्छी कहानियां और हंसी-मजाक कभी भी पुराने नहीं होते, ये हर पीढ़ी को जोड़ते हैं और एक साथ हंसने का मौका देते हैं।