क्या आप जानते हैं, कोलकाता का हावड़ा ब्रिज भारत का सबसे लंबा और सबसे व्यस्त कैंटीलीवर पुल है।

क्या आप जानते हैं, कोलकाता का हावड़ा ब्रिज भारत का सबसे लंबा और सबसे व्यस्त कैंटीलीवर पुल है।
Last Updated: 22 सितंबर 2024

 

भारत का सबसे व्यस्त पुल: हावड़ा ब्रिज, जिसे "रवींद्र सेतु" के नाम से भी जाना जाता है, प्रतिदिन लगभग 1 लाख से अधिक वाहनों और 1.5 लाख पैदल यात्रियों का भार वहन करता है। यह दुनिया के सबसे व्यस्त पुलों में से एक है।

बिना नट और बोल्ट के निर्माण: क्या आप जानते हैं कि हावड़ा ब्रिज के निर्माण में नट और बोल्ट का इस्तेमाल नहीं किया गया है? इसे कैंटीलीवर पुल के रूप में डिज़ाइन किया गया था और इसके सभी हिस्से रिवेटिंग तकनीक (धातु के टुकड़ों को जोड़ने की एक विशेष तकनीक) का उपयोग करके एक साथ जोड़े गए थे।

गंगा नदी पर बना अद्भुत पुल: यह पुल पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर को हावड़ा से जोड़ता है, जो गंगा नदी की एक शाखा, हुगली नदी के ऊपर फैला हुआ है। यह पुल हुगली नदी के ऊपर बिना किसी सपोर्ट पिलर के खड़ा है।

दूसरा सबसे बड़ा कैंटीलीवर पुल: हावड़ा ब्रिज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कैंटीलीवर पुल है। इसकी लंबाई 705 मीटर (2312 फीट) है, और मुख्य स्पैन 457 मीटर (1500 फीट) लंबा है। इसका मुख्य स्पैन उस समय का सबसे लंबा कैंटीलीवर स्पैन था जब इसे बनाया गया था।

युद्धकालीन विरासत: इस पुल का निर्माण 1939 में शुरू हुआ था और इसे आधिकारिक रूप से 1943 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान खोला गया। यह एक महत्वपूर्ण सैन्य और वाणिज्यिक मार्ग था, और इसे जापानी हमलों से बचाने के लिए छिपाया गया था।

भारी लोड उठाने की क्षमता: हावड़ा ब्रिज की निर्माण तकनीक इतनी मजबूत है कि यह प्रतिदिन लाखों टन का भार उठाने में सक्षम है। इसे 60,000 टन तक के भारइसका निर्माण सहन करने के उद्देश्य से किया गया था।"

 

धातु का इस्तेमाल: इस पुल के निर्माण में लगभग 26,500 टन स्टील का उपयोग किया गया, जिसका एक बड़ा हिस्सा टाटा स्टील द्वारा सप्लाई किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि इसका स्टील पूरी तरह से स्वदेशी था, जो भारत की औद्योगिक प्रगति का प्रमाण है।

नामकरण: शुरू में इसे "न्यू हावड़ा ब्रिज" कहा जाता था, लेकिन 1965 में, इसे कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के नाम पर "रवींद्र सेतु" नाम दिया गया। हालांकि, हावड़ा ब्रिज नाम अधिक लोकप्रिय है और अब भी इसका उपयोग होता है।

विशेष लाइटिंग: आधुनिक समय में हावड़ा ब्रिज को रात में विशेष एलईडी लाइटों से सजाया जाता है, जो इसे एक शानदार नज़ारा प्रदान करती हैं। त्योहारों और विशेष अवसरों पर यह दृश्य और भी मनमोहक बन जाता है।

 

बॉलीवुड में प्रसिद्ध: हावड़ा ब्रिज को कई बॉलीवुड फिल्मों और गानों में दिखाया गया है। इसकी विशालता और ऐतिहासिक महत्व इसे फिल्मों में एक अद्भुत बैकड्रॉप बनाते हैं। फिल्मों जैसे "हावड़ा ब्रिज", "परिणीता", और "कहानी" में इसे दिखाया गया है।

 

नौसेना के लिए रणनीतिक महत्व: हावड़ा ब्रिज की लोकेशन कोलकाता पोर्ट के करीब है, जो इसे भारतीय नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कड़ी बनाती है। इसके निर्माण के समय यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक और नौसैनिक ठिकानों में से एक था।

संरक्षण और रखरखाव: हावड़ा ब्रिज के निरंतर रखरखाव के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं, क्योंकि इसमें भारी ट्रैफिक और सालों के भार के कारण संरचनात्मक क्षति हो सकती है। इसका रखरखाव कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के तहत होता है।

हावड़ा ब्रिज केवल एक आधुनिक इंजीनियरिंग का चमत्कार है, बल्कि यह कोलकाता और पूरे भारत की विरासत का प्रतीक भी है। इसकी अनूठी संरचना, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विशाल ट्रैफिक संभालने की क्षमता इसे दुनिया के सबसे खास पुलों में से एक बनाती है

 

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