क्या आप जानते हैं, कि दुनिया का सबसे बड़ा परिवार कहा रहता है?

क्या आप जानते हैं, कि दुनिया का सबसे बड़ा परिवार कहा रहता है?
Last Updated: 22 सितंबर 2024

 

दुनिया का सबसे बड़ा परिवार: भारत के मिजोरम राज्य में ज़ियोना चाना का परिवार, जिसे "चाना परिवार" कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा परिवार है। इस परिवार की अनूठी संरचना और जीवनशैली कई लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है।

 

परिवार की संरचना: ज़ियोना चाना की 39 पत्नियाँ, 94 बच्चे, और 33 पोते-पोतियाँ हैं। सभी सदस्य एक विशाल घर में एक साथ रहते हैं, जिसे एक सुंदर बगीचे से घेर रखा गया है। घर के अंदर, अलग-अलग कमरे हैं, ताकि सभी को अपने निजी स्थान की सुविधा मिले।

रोज़मर्रा की ज़िंदगी: परिवार के सदस्य अपनी दिनचर्या को साझा करते हैं। सुबह की शुरुआत सामूहिक प्रार्थना से होती है, और इसके बाद सभी मिलकर नाश्ता करते हैं। दोपहर और रात के खाने के लिए भी यह व्यवस्था है, जहाँ सभी एक साथ बैठकर भोजन करते हैं।

पारिवारिक आयोजन: चाना परिवार का हर सदस्य विशेष अवसरों जैसे जन्मदिन, त्यौहार और अन्य पारिवारिक समारोहों को बड़े उत्साह से मनाता है। इन आयोजनों में संगीत, नृत्य और पारंपरिक खेल शामिल होते हैं, जो परिवार के बंधन को और मजबूत बनाते हैं।

सामुदायिक संबंध: चाना परिवार की सामाजिक भूमिका भी महत्वपूर्ण है। ज़ियोना चाना एक प्रभावशाली नेता हैं और अक्सर अपने समुदाय के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लोगों के बीच आते हैं। परिवार की बड़ी संख्या होने के कारण, वे सामाजिक कामों में भी सक्रिय रहते हैं।

पॉलिगामी प्रथा: ज़ियोना चाना के परिवार की पॉलिगामी प्रथा मिजोरम की सांस्कृतिक पहचान का एक हिस्सा है। इस परंपरा में, एक पुरुष एक से अधिक पत्नियों के साथ परिवार बना सकता है, जो कि समाज में प्रचलित है। यह प्रथा परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्थिरता में योगदान देती है।

धार्मिक जीवन: ज़ियोना चाना एक पादरी हैं, और उनके परिवार का धार्मिक जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। परिवार के सदस्य चर्च में नियमित रूप से शामिल होते हैं, जहाँ वे प्रार्थना करते हैं और सामुदायिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। यह धार्मिक एकता परिवार के सदस्यों को एकजुट करती है।

पर्यटन का आकर्षण: ज़ियोना चाना का परिवार स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। कई लोग इस अद्वितीय परिवार की जीवनशैली को देखने के लिए मिजोरम आते हैं, जिससे स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है।

चाना परिवार की कहानी केवल उनके परिवार के आकार के लिए उल्लेखनीय है, बल्कि यह पारिवारिक एकता, सांस्कृतिक धरोहर और सामुदायिक बंधनों का भी प्रतीक है

 

 

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