उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित श्रीराम जन्मभूमि को भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान राम का जन्म त्रेता युग में अयोध्या के इस पवित्र स्थान पर हुआ था। यह स्थान हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है और इसका धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व अनमोल है। रामायण और अन्य धार्मिक ग्रंथों में अयोध्या को भगवान राम के राज्य की राजधानी और उनका जन्मस्थान बताया गया है, जिससे यह स्थान हिंदू आस्था का केंद्र बन गया है।
क्या आप जानते हैं?
अयोध्या का प्राचीन महत्व: अयोध्या का उल्लेख रामायण, महाभारत और पुराणों जैसे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। इसे "कोसल" के नाम से भी जाना जाता था और यह सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी रही है, जिनमें भगवान राम का परिवार प्रमुख था।
विवाद और पुनर्निर्माण: 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद, श्रीराम जन्मभूमि का मुद्दा काफी विवादास्पद रहा। इसे लेकर कई सालों तक कानूनी लड़ाई चली, जिसके बाद 2019 में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने इस स्थान को श्रीराम जन्मभूमि घोषित किया और वहाँ मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।
श्रीराम मंदिर का निर्माण: सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी। यह मंदिर वास्तुकला और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसे बनाने में प्राचीन शैली का उपयोग किया जा रहा है। इसे 2024 तक पूरा करने की योजना है।
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र: 2020 में भारत सरकार द्वारा 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट' का गठन किया गया, जो राम मंदिर के निर्माण और प्रशासन का कामकाज देखता है।
भगवान राम का आदर्श जीवन: रामायण में भगवान राम को "मर्यादा पुरुषोत्तम" कहा गया है, यानी वह व्यक्ति जो आदर्श और नैतिकता के सभी मानदंडों का पालन करता है। उनकी कथा और उनके गुणों को भारत में और विश्वभर में लाखों लोग पूजते और आदर करते हैं।
अयोध्या का वार्षिक मेला: अयोध्या में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु रामनवमी के अवसर पर आते हैं, जो भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस समय अयोध्या का यह क्षेत्र विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से जीवंत हो उठता है।
अयोध्या का ऐतिहासिक नाम: 'अयोध्या' शब्द का अर्थ है "जिसे कोई युद्ध में जीत न सके", यानी अयोध्या को अजेय माना जाता है। यह शहर रामायण के अनुसार, त्रेता युग में स्वर्ग के समान समृद्ध और उन्नत था।
श्रीराम मंदिर के पास मंदिरों की श्रृंखला: अयोध्या में सिर्फ राम जन्मभूमि मंदिर ही नहीं, बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण मंदिर भी हैं, जैसे हनुमानगढ़ी, कनक भवन, लक्ष्मण किला आदि, जो इस स्थान को धार्मिक रूप से और भी समृद्ध बनाते हैं।
श्रीराम जन्मभूमि न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थल हिंदू आस्था, संस्कृति और सभ्यता के केंद्र के रूप में सदियों से स्थापित रहा है। भगवान राम की कथा, उनके आदर्श और उनकी जीवनशैली को इस स्थान से जोड़कर देखा जाता है, जिससे अयोध्या भारतीय जनमानस में एक विशेष स्थान रखती है।