Pune

भारत के FMCG प्रोडक्ट्स ने जीता अमेरिका-यूरोप का दिल, जानिए कैसे विदेशों में बिक रहा है भारत का स्वाद

भारत के FMCG प्रोडक्ट्स ने जीता अमेरिका-यूरोप का दिल, जानिए कैसे विदेशों में बिक रहा है भारत का स्वाद

भारतीय FMCG कंपनियों के बिस्कुट, नूडल्स, बेसन और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स अब यूरोप और अमेरिका जैसे विकसित बाजारों में तेजी से अपनी पकड़ बना रहे हैं।

अब तक सिर्फ बासमती चावल और मसालों को भारत की पहचान माना जाता था, लेकिन अब तस्वीर बदल रही है। भारत के बिस्कुट, नूडल्स, बेसन, पोहा, साबुन और शैम्पू जैसे रोजमर्रा के FMCG उत्पाद अमेरिका और यूरोप के सुपरमार्केट में तेजी से जगह बना रहे हैं। देश की कई नामी कंपनियां जैसे HUL, ITC, डाबर, मारिको और गोदरेज कंज्यूमर इन प्रोडक्ट्स के जरिए विदेशों में करोड़ों की कमाई कर रही हैं।

घरेलू बिक्री से आगे निकला निर्यात

पिछले दो सालों में इन कंपनियों के विदेशी कारोबार ने घरेलू बिक्री से तेज रफ्तार पकड़ी है। उदाहरण के तौर पर, हिंदुस्तान यूनिलीवर की एक्सपोर्ट विंग यूनिलीवर इंडिया एक्सपोर्ट्स ने बीते वित्त वर्ष में 1,258 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 8 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं, कंपनी का मुनाफा 14 प्रतिशत बढ़कर 91 करोड़ रुपये पहुंच गया है।

किन ब्रांड्स की विदेशों में मांग

विदेशी बाजारों में डव, पॉन्ड्स, ग्लो एंड लवली, वैसलीन, हॉर्लिक्स, सनसिल्क, ब्रू और लाइफबॉय जैसे भारतीय ब्रांड्स की अच्छी-खासी मांग देखी जा रही है। खास बात यह है कि ये सिर्फ भारतीय मूल के लोग नहीं, बल्कि विदेशी ग्राहक भी इन प्रोडक्ट्स को पसंद कर रहे हैं।

डाबर, इमामी और मारिको को बड़ा फायदा

HUL के लिए एक्सपोर्ट अभी कुल आय का छोटा हिस्सा है, लेकिन डाबर, इमामी और मारिको जैसी कंपनियों के लिए यह हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से भी ज्यादा हो चुकी है। डाबर के मुताबिक, बीते वित्त वर्ष में कंपनी के निर्यात में 17 प्रतिशत की उछाल आई है, जबकि कुल रेवेन्यू ग्रोथ सिर्फ 1.3 प्रतिशत रही।

बेसन, पोहा और सरसों तेल भी विदेशों में हिट

AWL एग्री बिजनेस के सीईओ अंगशु मलिक ने बताया कि अब केवल बासमती चावल ही नहीं, बल्कि आटा, बेसन, पोहा, सोया नगेट्स, सरसों और सूरजमुखी तेल जैसे प्रोडक्ट्स की मांग भी पश्चिमी देशों में तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने अनुमान लगाया कि इस साल इन उत्पादों के निर्यात में 50 से 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

70 देशों तक पहुंच चुके हैं भारतीय प्रोडक्ट्स

ITC की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके FMCG प्रोडक्ट्स अब 70 से ज्यादा देशों में बिक रहे हैं। कंपनी ने नजदीकी बाजारों में नए अवसर तलाशने की योजना भी जाहिर की है। वहीं, मारिको ने अपने निर्यात कारोबार में 14 प्रतिशत की स्थिर मुद्रा ग्रोथ दिखाई है, जो कि कुल 12 प्रतिशत ग्रोथ से ज्यादा है।

ITC का FMCG एक्सपोर्ट बना अगला ग्रोथ ड्राइवर

आईटीसी का अब तक का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट हिस्सा कृषि उत्पादों से आता रहा है, लेकिन अब कंपनी का FMCG निर्यात भी तेजी पकड़ रहा है। FY25 में कंपनी का एग्री एक्सपोर्ट 7 प्रतिशत बढ़कर 7,708 करोड़ रुपये पहुंचा। वहीं, आशीर्वाद आटा, बिस्कुट और नूडल्स जैसे प्रोडक्ट्स भी विदेशों में मार्केट लीडर बनने लगे हैं।

भारत के स्वाद को पसंद कर रहे हैं विदेशी ग्राहक

भारतीय खाने की लोकप्रियता अब सिर्फ भारतीय प्रवासियों तक सीमित नहीं रही है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के अन्य देशों में स्थानीय लोग भी अब भारतीय व्यंजन और उससे जुड़ी सामग्री की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यही कारण है कि अब विदेशी सुपरमार्केट में भी भारत के बने बिस्कुट, नूडल्स, बेसन और स्नैक्स आम होते जा रहे हैं।

भारत का स्वाद अब पूरी दुनिया के जुबान पर है

कुल मिलाकर, भारत की FMCG कंपनियां अब वैश्विक मंच पर मजबूत दावेदारी पेश कर रही हैं। छोटे उत्पादों से बड़ी कमाई का यह ट्रेंड बताता है कि अब भारत सिर्फ निर्माण में नहीं, बल्कि स्वाद और क्वालिटी के मामले में भी दुनिया में आगे बढ़ रहा है।

Leave a comment