Freedom of Information Day 2025: लोकतंत्र की आत्मा और नागरिक अधिकारों का प्रतीक

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हर वर्ष 16 मार्च को ‘सूचना की स्वतंत्रता दिवस’ मनाया जाता है, जो न केवल नागरिक अधिकारों का प्रतीक है बल्कि लोकतंत्र की पारदर्शिता का भी प्रमाण है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह अमेरिका के चौथे राष्ट्रपति जेम्स मैडिसन के जन्मदिवस से जुड़ा हुआ है, जिन्हें "संविधान के जनक" के रूप में भी जाना जाता है।

क्यों मनाया जाता है सूचना की स्वतंत्रता दिवस?

इस दिन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिकों को अपनी सरकार से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारियाँ प्राप्त हों और वे अपनी सरकार को जवाबदेह ठहरा सकें। सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम (FOIA) के तहत नागरिक सरकार से किसी भी सार्वजनिक जानकारी की मांग कर सकते हैं, जिससे शासन में पारदर्शिता बनी रहे।

इतिहास में सूचना की स्वतंत्रता

सूचना की स्वतंत्रता की लड़ाई कोई नई नहीं है। इसकी जड़ें 18वीं शताब्दी में देखी जा सकती हैं—

1766 – स्वीडन ने पहला सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम पारित किया।
1789 – फ्रांस में नागरिकों को सरकारी खर्चों की जानकारी प्राप्त करने का अधिकार मिला।
1966 – अमेरिका ने आधिकारिक रूप से सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम लागू किया।
1982 – कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड ने भी यह कानून अपनाया।

सूचना का अधिकार: लोकतंत्र की ताकत

सूचना की स्वतंत्रता केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है। भारत में भी सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम 2005 इस उद्देश्य की पूर्ति करता है, जिसके तहत कोई भी नागरिक सरकारी फैसलों और योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकता है। इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगी है, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही भी बढ़ी है।

कैसे मनाएं सूचना की स्वतंत्रता दिवस?

जानकारी जुटाएँ – अपने अधिकारों, नवीनतम विधेयकों और राजनीतिक घटनाओं के बारे में जानें।
जानकारी साझा करें – अपने समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करें।
डिजिटल माध्यमों का उपयोग करें – सोशल मीडिया पर जागरूकता बढ़ाएँ, लेकिन हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी साझा करें।

सूचना की स्वतंत्रता से जुड़े 5 रोचक तथ्य

राष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने इस अधिनियम पर हस्ताक्षर किए, लेकिन वे इसके समर्थक नहीं थे।
वाटरगेट कांड (1974) के बाद इस अधिनियम में पहला बड़ा संशोधन हुआ।
1996 में "इलेक्ट्रॉनिक सूचना स्वतंत्रता अधिनियम" लाया गया, जिससे ऑनलाइन सूचनाओं तक पहुँच आसान हुई।
यह कानून अमेरिकी कांग्रेस, न्यायपालिका और व्हाइट हाउस के केंद्रीय कार्यालयों पर लागू नहीं होता।
कोई भी नागरिक ईमेल, फैक्स या डाक के माध्यम से सूचना का अनुरोध कर सकता है।

सूचना की स्वतंत्रता: नागरिकों की शक्ति

सूचना की स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोच्च होती है। जब नागरिकों को सही जानकारी मिलती है, तो वे बेहतर फैसले ले सकते हैं और अपनी सरकार को अधिक जवाबदेह बना सकते हैं। यह दिन सिर्फ जश्न मनाने के लिए नहीं, बल्कि जागरूक होने और अधिकारों का सही इस्तेमाल करने की प्रेरणा भी देता है।

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