भारत के युवा पहलवान सुजीत कलकल ने इतिहास रचते हुए अंडर-23 रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत लिया है। सुजीत ने यह उपलब्धि मेंस फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम कैटेगरी में हासिल की।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय कुश्ती में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। युवा पहलवान सुजीत कलकल ने अंडर-23 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने मेंस फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान के पहलवान उमिदजोन जलोलोव को 10-0 के अंतर से हराया।
यह मुकाबला पूरी तरह एकतरफा रहा, जिसमें सुजीत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया। रेफरी ने तकनीकी श्रेष्ठता (Technical Superiority) के आधार पर चार मिनट 54 सेकंड के भीतर सुजीत को विजेता घोषित कर दिया।
भारत के लिए गौरव का पल
सुजीत कलकल की यह जीत भारतीय कुश्ती के लिए ऐतिहासिक है। उन्होंने पहली बार अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम विश्व मंच पर ऊंचा किया। इससे पहले किसी भारतीय पहलवान ने इस कैटेगरी में ऐसा प्रदर्शन नहीं किया था। उनकी जीत ने भारतीय पहलवानों को नई प्रेरणा दी है — खासकर उन युवाओं को जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना सपना साकार करना चाहते हैं।
27 अक्टूबर को खेले गए फाइनल मुकाबले में सुजीत शुरुआत से ही अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी रहे। उन्होंने पहले ही मिनट में लगातार दो बार टेकडाउन हासिल कर स्कोर 4-0 किया। इसके बाद उन्होंने दो और शानदार मूव्स से छह और अंक जुटाए। उज्बेकिस्तान के उमिदजोन जलोलोव पूरी तरह दबाव में दिखे और किसी भी मौके पर वापसी नहीं कर सके। चार मिनट 54 सेकंड के खेल के बाद रेफरी ने टेक्निकल फॉल के ज़रिए मुकाबला समाप्त कर दिया और सुजीत को विजेता घोषित किया।

पहला वर्ल्ड टाइटल, लेकिन लंबी सफलता की कहानी
यह सुजीत कलकल का पहला वर्ल्ड चैम्पियनशिप गोल्ड है। हालांकि, उनके नाम पहले से कई एशियाई स्तर की उपलब्धियां दर्ज हैं। उन्होंने अंडर-23 एशियन चैंपियनशिप 2022 और 2025 में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा अंडर-20 एशियन चैंपियनशिप 2022 में भी उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।पिछले साल यानी 2024 में सुजीत ने इसी वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इस बार उन्होंने एक साल में जबरदस्त सुधार दिखाते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया — जो उनके कड़े परिश्रम और निरंतर समर्पण का प्रमाण है।
सुजीत का इस प्रतियोगिता में प्रदर्शन शुरुआत से ही शानदार रहा। पहले राउंड में उन्होंने मोल्डोवा के फिओडर चेवडारी को 12-2 के बड़े अंतर से हराया। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोलैंड के डोमिनिक याकुब को 11-0 से मात दी। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने रूस के बशीर मग्मेदोव के खिलाफ शुरुआती बढ़त गंवाई थी, लेकिन बेहतरीन वापसी करते हुए 4-2 से जीत हासिल की।
सेमीफाइनल में उन्होंने जापान के यूटो निशिउची को 3-2 से पराजित किया। यह मुकाबला आखिरी सेकंड तक रोमांचक रहा, जिसमें सुजीत ने निर्णायक दो अंकों का थ्रो लगाकर जीत दर्ज की।













