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18.3 करोड़ पासवर्ड हुए लीक: जानें क्या करना है अगर आपका Gmail भी प्रभावित हो

18.3 करोड़ पासवर्ड हुए लीक: जानें क्या करना है अगर आपका Gmail भी प्रभावित हो

दुनियाभर में 18.3 करोड़ से ज्यादा ईमेल पासवर्ड लीक होने की खबर ने यूजर्स की चिंता बढ़ा दी है। ऑस्ट्रेलियाई साइबर रिसर्चर ट्रॉय हंट ने इस बड़े डेटा ब्रीच का खुलासा किया है, जिसमें जीमेल अकाउंट्स भी शामिल बताए जा रहे हैं। यूजर्स अपने अकाउंट की सुरक्षा जांचने के लिए “Have I Been Pwned” वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Password Leak Check Online: दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स के लिए बड़ा अलर्ट जारी हुआ है, क्योंकि हाल ही में 18.3 करोड़ ईमेल और पासवर्ड ऑनलाइन लीक हुए हैं। यह खुलासा ऑस्ट्रेलियाई साइबर रिसर्चर ट्रॉय हंट ने किया, जिन्होंने बताया कि लगभग 3.5 टेराबाइट डेटा चोरी हुआ है। इस डेटा ब्रीच में लाखों Gmail अकाउंट्स के पासवर्ड भी शामिल बताए जा रहे हैं। विशेषज्ञों ने यूजर्स को तुरंत पासवर्ड बदलने और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करने की सलाह दी है ताकि साइबर हमलों से बचाव किया जा सके।

करोड़ों यूजर्स के अकाउंट खतरे में

दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स के लिए एक बड़ा अलर्ट जारी हुआ है। 18.3 करोड़ से अधिक ईमेल पासवर्ड लीक होने की खबर सामने आई है, जिससे करोड़ों अकाउंट खतरे में हैं। ऑस्ट्रेलियाई साइबर रिसर्चर ट्रॉय हंट (Troy Hunt) ने दावा किया है कि लगभग 3.5 टेराबाइट डेटा ऑनलाइन चोरी हुआ है। ट्रॉय हंट वही विशेषज्ञ हैं जो ब्रीच नोटिफिकेशन वेबसाइट Have I Been Pwned चलाते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, लीक हुए इस डेटासेट में लगभग 183 मिलियन अकाउंट्स के ईमेल-पासवर्ड शामिल हैं, जबकि करीब 16.4 मिलियन ईमेल एड्रेस ऐसे हैं जो इस ब्रीच से सुरक्षित हैं। इसमें Google के Gmail अकाउंट्स भी प्रभावित हुए बताए जा रहे हैं।

पासवर्ड लीक हुआ या नहीं? ऐसे करें चेक

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका ईमेल अकाउंट इस डेटा ब्रीच की चपेट में है या नहीं, तो इसका पता लगाना बहुत आसान है।
इसके लिए HaveIBeenPwned.com वेबसाइट पर जाएं और वहां अपना ईमेल पता डालें। वेबसाइट तुरंत बताएगी कि आपका अकाउंट किसी पुराने या हालिया डेटा ब्रीच का हिस्सा रहा है या नहीं। साथ ही, यह भी जानकारी मिलेगी कि कौन-से साल में और किस साइट से डेटा लीक हुआ था।

पासवर्ड लीक मिला तो क्या करें?

अगर आपको पता चलता है कि आपका ईमेल पासवर्ड लीक हुआ है, तो सबसे पहले अपना पासवर्ड तुरंत बदलें।
साथ ही अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन करें। यह फीचर किसी भी अनजान लॉगिन की कोशिश पर आपको तुरंत अलर्ट भेजता है और अनधिकृत एक्सेस को रोकता है। इसके अलावा, एक ही पासवर्ड को कई वेबसाइट्स पर इस्तेमाल करने से बचें और हर कुछ महीनों में पासवर्ड बदलते रहें।

कैसे हुई डेटा चोरी?

ट्रॉय हंट ने बताया कि यह डेटा स्टीलर लॉग्स (Stealer Logs) के जरिए लीक हुआ है।
दरअसल, हैकर्स ने इन्फोस्टीलर (Infostealer) नामक खतरनाक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया, जो यूजर के सिस्टम से संवेदनशील जानकारी चुरा लेता है। इसमें वेबसाइट एड्रेस, ईमेल और पासवर्ड जैसी तीन अहम जानकारियां शामिल होती हैं। इन चुराए गए डेटा को फिर डार्क वेब पर बेचा या साझा किया जाता है।

क्या जीमेल पर भी खतरा है?

हालांकि Google ने इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि लाखों जीमेल अकाउंट्स के डेटा ब्रीच से जुड़ी रिपोर्ट भ्रामक और गलत हैं।
इसके बावजूद साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की सलाह है कि यूजर्स को सतर्क रहना चाहिए। मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें, 2-Step Verification सक्रिय रखें और समय-समय पर पासवर्ड अपडेट करते रहें ताकि किसी भी अनजान गतिविधि से बचा जा सके।

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