OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन अब ब्रेन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उतर रहे हैं। उन्होंने Merge Labs नामक स्टार्टअप में निवेश किया है, जो बिना सर्जरी वाला ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) विकसित कर रहा है। यह डिवाइस साउंड वेव्स और मैग्नेटिक फील्ड्स के जरिए इंसान के विचारों को पढ़ सकेगा और एलन मस्क की Neuralink को सीधी चुनौती देगा।
Brain Computer Interfaces (BCI): OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने Merge Labs नामक स्टार्टअप में निवेश किया है, जो बिना सर्जरी के इंसान के विचारों को पढ़ने वाला ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस तैयार कर रहा है। यह तकनीक अल्ट्रासाउंड और मैग्नेटिक फील्ड्स की मदद से दिमाग की गतिविधियों को पकड़ सकेगी। ऑल्टमैन का यह कदम एलन मस्क की Neuralink को सीधी प्रतिस्पर्धा देता है, जो सर्जरी-आधारित इंप्लांट विकसित कर रही है। Merge Labs इस समय 2,195 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाने की प्रक्रिया में है और ऑल्टमैन को इसका को-फाउंडर भी बनाया जा सकता है।
बिना सर्जरी के पढ़ेगा दिमाग के विचार
Merge Labs का यह BCI साउंड वेव्स और मैग्नेटिक फील्ड्स की मदद से दिमाग की गतिविधियों को पढ़ेगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके लिए किसी भी सर्जरी की जरूरत नहीं होगी, यानी डिवाइस को शरीर के अंदर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यही बात इसे Neuralink से अलग और सुरक्षित बनाती है।
इस तकनीक में अल्ट्रासाउंड और जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग किया जाएगा ताकि दिमाग और मशीन के बीच संवाद संभव हो सके। इस मिशन के लिए ऑल्टमैन ने विशेषज्ञों की एक खास टीम तैयार की है, जिसमें मिखाइल शापिरो (Mikhail Shapiro) जैसे वैज्ञानिक शामिल हैं, जो अल्ट्रासाउंड बेस्ड न्यूरल इंटरफेस टेक्नोलॉजी में माहिर हैं।

Neuralink के सर्जिकल मॉडल पर उठाए सवाल
सैम ऑल्टमैन पहले भी सर्जरी-आधारित ब्रेन इंप्लांट पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने अगस्त में कहा था कि वो अपने दिमाग में किसी तरह का चिप नहीं लगवाना चाहेंगे क्योंकि इससे न्यूरॉन डैमेज का खतरा बढ़ सकता है। उनका मानना है कि तकनीक को इंसान के शरीर में हस्तक्षेप किए बिना आगे बढ़ना चाहिए।
Merge Labs भी इसी विचार को आगे बढ़ा रही है। कंपनी का उद्देश्य सिर्फ इंसान के विचारों को समझना है, उन्हें बदलना नहीं। फिलहाल कंपनी लगभग 2,195 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाने की प्रक्रिया में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑल्टमैन को Merge Labs का को-फाउंडर भी बनाया जा सकता है।
मस्क बनाम ऑल्टमैन
एलन मस्क की Neuralink पहले से ही एक सक्रिय प्रोजेक्ट है, जिसने इंसानों पर परीक्षण के लिए अमेरिकी अनुमति हासिल कर ली है। वहीं सैम ऑल्टमैन की Merge Labs, नॉन-सर्जिकल मॉडल के जरिए इस रेस में नया मोड़ लाने की कोशिश कर रही है।
इस मुकाबले को टेक जगत में दो दिग्गजों के बीच की अगली बड़ी प्रतिस्पर्धा के रूप में देखा जा रहा है — एक ओर मस्क हैं जो हार्डवेयर-आधारित दृष्टिकोण पर भरोसा करते हैं, और दूसरी ओर ऑल्टमैन जो सॉफ्ट और नॉन-इनवेसिव टेक्नोलॉजी पर ध्यान दे रहे हैं।
सैम ऑल्टमैन का Merge Labs में निवेश दिखाता है कि ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस अब साइंस फिक्शन नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी का अगला बड़ा अध्याय बन रहा है। अगर Merge Labs अपने वादे पर खरा उतरा, तो यह न केवल Neuralink को चुनौती देगा बल्कि मानव-मशीन इंटरैक्शन की दिशा ही बदल सकता है।













