बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासी बयानबाजी चरम पर पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने महागठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोला है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमाता जा रहा है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन (RJD-कांग्रेस गठजोड़) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन को पता है कि वह सत्ता में नहीं आने वाला, इसलिए जनता को गुमराह करने के लिए झूठे वादे कर रहा है।
सत्ता की उम्मीद नहीं, इसलिए जनता को भ्रमित कर रहे हैं – चिराग पासवान
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिराग पासवान ने विपक्ष के घोषणा पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजद और महागठबंधन बिना किसी ठोस योजना के वादों की झड़ी लगा रहे हैं। उन्होंने कहा,
'नेता प्रतिपक्ष को खुद पता है कि सत्ता में आना नहीं है, इसलिए बिना सोचे-समझे बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। सवाल यह है कि उन घोषणाओं को पूरा करने के लिए पैसा कहां से आएगा?'
चिराग ने राजद के हर परिवार को सरकारी नौकरी देने के वादे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह योजना अव्यवहारिक और आर्थिक रूप से असंभव है। उन्होंने आंकड़ों के साथ बताया कि बिहार का कुल बजट करीब 3 लाख करोड़ रुपये का है, जबकि दो से ढाई करोड़ परिवारों को न्यूनतम वेतन पर सरकारी नौकरी देने के लिए 7 से 9 लाख करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा, “राजद को यह बताना चाहिए कि इतना पैसा कहां से लाएंगे? सिर्फ वोट पाने के लिए जनता को भ्रमित करना सही राजनीति नहीं है।
महागठबंधन कर रहा NDA की योजनाओं की नकल

चिराग पासवान ने विपक्ष पर एनडीए सरकार की नीतियों और योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की ‘जीविका दीदी’ योजना ने बिहार की लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है, और अब महागठबंधन उन्हीं योजनाओं को अपने वादों में शामिल कर रहा है। उन्होंने कहा, एनडीए सरकार ने जो काम जमीनी स्तर पर किया है, उसी का श्रेय लेने के लिए विपक्ष केवल पोस्टर बदल रहा है।
चिराग ने आगे कहा कि एनडीए सत्ता में वापस आता है, तो “हर व्यक्ति को उसकी योग्यता और मेहनत के आधार पर अवसर दिया जाएगा, न कि परिवारवाद या जातिवाद के आधार पर।”
आरजेडी की राजनीति सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द
लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने आरजेडी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पार्टी अब केवल लालू परिवार की सीमाओं में सिमट गई है। उन्होंने कहा, आज यादव का मतलब लालू परिवार रह गया है। तेजस्वी यादव और उनका गठबंधन मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह देखते हैं। वे उन्हें बराबरी का साझेदार नहीं, बल्कि वोट दिलाने का जरिया मानते हैं।
चिराग ने कहा कि यह रवैया नया नहीं है — यह लालू यादव की राजनीति की शुरुआत से चला आ रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान आरजेडी समर्थक हिंसा और डर फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे उम्मीदवार की गाड़ी पर हमला हुआ। लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। यह बिहार की परंपरा के खिलाफ है।
छठ पूजा से जोड़ा लोकतंत्र का ‘महापर्व’
चिराग पासवान ने अपने बयान के अंत में छठ पूजा को लेकर भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, छठी मैया ने बिना मांगे बहुत कुछ दिया है। मेरी यही प्रार्थना है कि हर घर में खुशियां और समृद्धि आए। उन्होंने इस पर्व को लोकतंत्र के महापर्व से जोड़ते हुए कहा कि छठ समाप्त होते ही बिहार में चुनावी महापर्व शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ मैदान में है और उन्हें विश्वास है कि परिणाम बिहार और बिहारवासियों के हित में होंगे।












